फर्जी पासपोर्ट बनवाकर पत्नी के साथ दुबई भाग गया था, वीजा की अवधि खत्म होने पर नेपाल पहुंचा
उज्जैन, अग्निपथ। मोस्ट वांटेड मादक पदार्थ का तस्कर सलमान पिता शैरूलाला को पुलिस ने गुरुवार रात चंबल नदी के पुलिया ग्राम बनावाड़ा से गिरफ्तार किया। वह उज्जैन पुलिस का मोस्ट वांटेड आरोपी था उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 15 से अधिक अपराध पंजीबद्ध हैं। सलमान फर्जी पासपोर्ट के माध्यम से पत्नी बच्चों को लेकर दुबई फरार हो गया था। वीजा की अवधि खत्म होने पर वह नेपाल के रास्ते इंडिया और फिर नागदा पहुंचा था।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया सलमान पिता शैरूलाल निवासी राजीव नगर नागदा कुख्यात अपराधी है। वह 25.83 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स के साथ पकड़ाया है। जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 25 लाख रुपए है। सलमान 2 साल से फरार था फरारी के दौरान वह दुबई में रहा। गुरुवार को
पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि सलमान एमडीएमए ड्रग्स लेकर खाचरौद, चांपाखेड़ा, होते हुए ताल-आलोट की ओर क्रय विक्रय के लिए जाने की फिराक में खड़ा है। सूचना पर तत्काल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम को रवाना किया। पुलिस ने उसे ग्राम बनवाड़ा ेकं सफेद रंग की स्कोडा कार के साथ देखा तो वह पुलिस को देखकर भागने लगा।
पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया। सलमान के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवई की गई है। सलमान के खिलाफ राजस्थान और मध्यप्रदेश के विभिन्न थानों में फिरौती मांगने, प्राणघातक हमले, अवैध हथियार रखने जैसे दर्जनों अपराध पंजीबद्ध हैं।पुलिस उप महानिरीक्षक जोन उज्जैन द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी पर थाना नागदा के अपराध पर 20 हजार इनाम व राजस्थान पुलसि द्वारा 40 हजार रुपए इनाम की घोषणा की गई थी। सलमान की गिरफ् तारी पर कुल 60 हजार रुपए इनाम था।
फर्जी पासपोर्ट पर दुबई की यात्रा
आरोपी ने स्वयं को थांदला के वार्ड क्रमांक 13 का निवासी बताकर फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करते हुए थांदला जिला झाबुआ से अपना अपनी पत्नी का व बच्चों का फर्जी पासपोर्ट, आधार कार्ड और वोटर आईडी बनवाया। इन फर्जी पासपोर्ट का उपचयोग कर उसने कई बार दुबई की यात्रा की और वहां शिफ्ट होने की योहना बना रहा था।
पुलिस उसके दस्तावेजों की जांच कर रही है। उज्जैन व राजस्थान पुलिस सलमान की लंबे समय से तलाश कर रही थी। पुलिस को संदेह है कि वह अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करों के संपर्क में था। आरोपी नेपाल के मार्ग से फरार होकर किसी अन्य देश में शरण लेने की फिॅराक में था।