मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंचाई परियोजना शुरू कर दी क्षेत्र को महत्वपूर्ण सौगात
उज्जैन, अग्निपथ। नर्मदा-शिप्रा बहुउद्देशीय परियोजना के तहत पाइप लाइन का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को तराना (उज्जैन) में लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने 9.64 करोड़ की लागत से बने इंदौख हाईलेवल ब्रिज का लोकार्पण, 7.15 करोड़ की लागत वाले उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का भूमिपूजन, 5.73 करोड़ की लागत वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का लोकार्पण और 5.21 करोड़ की लागत की 11 नल-जल परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया।
इस दौरान सीएम के आने से पहले ही तराना से कांग्रेस के विधायक महेश परमार मंच छोडक़र चले गए थे। सीएम ने इसे लेकर अपने भाषण के दौरान तंज भी कसा। परमार ने भोपाल में विधानसभा सत्र के दौरान इस मामले को लेकर अपना पक्ष रखा।
सीएम तराना में श्री तिलभांडेश्वर महादेव मंदिर के नए महंत की चादर विधि कार्यक्रम और महारुद्र यज्ञ में भी शामिल हुए। इस मौके पर सीएम यादव ने कहा कि उज्जैन को सांस्कृतिक राजधानी बनाना हमारा प्रयास है। इसके लिए लगातार काम हो रहे हैं। शिप्रा नदी के जल से कुंभ स्नान सुनिश्चित करने के लिए 900 करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। कार्यक्रम में सांसद अनिल फिरोजिया, सांसद बाल योगी उमेश नाथ महाराज, मंत्री गौतम टेटवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
धर्म की बात आते ही कांग्रेस पीछे हट जाती है: सीएम
कांग्रेस विधायक महेश परमार के मंच छोडक़र जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस में इतना साहस नहीं है कि वह बैठकर हमें सुन सके। उन्होंने कहा, प्रयागराज के मेले में कांग्रेस के अध्यक्ष की बुद्धि भ्रमित हो गई थी। उन्होंने कहा था कि नहाने से क्या होता है? मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा, जब आपको सांप-बिच्छू के मंत्र नहीं आते, तो आप उन्हें क्यों छेड़ रहे हैं?
दिल्ली में हुए चुनावों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, सनातन का अपमान करने वालों का जनता ने हिसाब चुकता कर दिया। वहां झाड़ू चल गई, और कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई।
सीएम के आने से पहले निकल गए तराना विधायक, भोपाल में दी सफाई
इस दौरान तराना विधायक महेश परमार मुख्यमंत्री के आने से पहले मंच छोडक़र चले गए थे। इस पर भोपाल में विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं सहित कलेक्टर से लेकर सभी अधिकारियों को वहां मंच पर बैठाया गया। मैं क्षेत्रीय विधायक हूं, मेरा अधिकार था, मैं भाषण दे कर आया। मैं अपना पक्ष रखकर आया। ये सरकारी कार्यक्रम था। पार्टी का कार्यक्रम तो था नहीं।
अगर सीएम साहब को इतना ही शौक है तो अपनी पार्टी का कार्यक्रम कर लें एक बार। सरकारी कार्यक्रम में इस तरह की छोटी मानसिकता दिखाना ठीक नहीं है। कांग्रेस के नेता और मैं खुद हम सभी लोग धार्मिक हैं। मैं खुद तिलभांडेश्वर के भंडारे और कार्यक्रम में मौजूद था। सीएम साहब हमारे अपने हैं, लेकिन इस तरह से कीचड़ उछालना ठीक नहीं हैं।
परियोजना से 100 गांवों को पहुंचेगा पानी
2489.65 करोड़ की इस परियोजना से उज्जैन जिले की दो तहसील (तराना, घटिया), विधानसभा क्षेत्र तराना के कुल 83 गांवों की 27490 हेक्टेयर भूमि और शाजापुर जिले की एक तहसील (शाजापुर) विधानसभा क्षेत्र शाजापुर के कुल 17 गांवों की 2728 हेक्टेयर जमीन का फायदा होगा। परियोजना से कुल 100 गांवों की 30218 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
शाजापुर, मक्सी को पेयजल,उद्योग के लिए भी पानी मिलेगा
- परियोजना में कुल 2254 किमी (3000 एमएम व्यास से 63 एमएम व्यास) पाइप लाइन बिछाई गई है।
- नर्मदा शिप्रा योजना से उज्जैन शाजापुर जिले के 100 गांवों को सिंचाई के लिए पानी और उज्जैन, नागदा, तराना, घट्टिया, शाजापुर, मक्सी को पेयजल और उद्योग के लिए पानी मिल सकेगा।
- परियोजना के तहत ओंकारेश्वर जलाशय ग्राम बड़ेल जिला खंडवा से भूमिगत पाइपलाइन द्वारा 15 घन मीटर प्रति सेकेंड की दर से जल 435 मीटर ऊंचाई तक कुल 6 पंपिंग स्टेशन एवं 50 पंप मोटर के माध्यम से लिफ्ट किया जाएगा।
- इसके लिए कुल 89 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी।
- परियोजना के तहत मुख्य पाइप लाइन और वितरण प्रणाली से 2.5 हेक्टेयर चक तक कुल 2254 किमी (3000 एमएम व्यास से 63 एमएम व्यास) पाइप लाइन बिछाई गई है। प्रति 20 हेक्टेयर पर एक ओएमएस बाक्स अर्थात कुल 1539 बाक्स स्थापित किए गए हैं।