भवन स्वामी ने कबूला, पेड़ के ठूँठ का पंचनामा बनाकर भेजा नोटिस
उज्जैन, अग्निपथ। महानंदा नगर क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ नगर निगम के उद्यान विभाग के प्रभारी दारोगा राजू कामले पर रिश्वत लेकर एक आम का पेड़ अवैध रूप से कटवाने का आरोप लगा है। इस मामले में नगर निगम के कार्यपालन यंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए आरोपी दारोगा से 24 घंटे के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। अधिकारियों का कहना है कि जाँच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
घटना वार्ड क्रमांक 51 के महानंदा नगर स्थित मकान नंबर 18/14 की है। यहाँ एक मकान के सामने लगा आम का पेड़ रातों-रात गायब हो गया। जब इस मामले की शिकायत नगर निगम के उद्यान विभाग तक पहुँची, तो कार्यपालन यंत्री ने इसकी जाँच करवाई। जाँच के दौरान मौके पर पेड़ का कटा हुआ ठूंठ पाया गया।
भवन स्वामी से पूछताछ करने पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ। भवन स्वामी ने बताया कि उद्यान विभाग के प्रभारी दारोगा राजू कामले ने उनसे 10 हजार रुपये की रिश्वत लेकर पेड़ कटवाने की अनुमति दी थी। यह कृत्य सीधे तौर पर भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है और इससे नगर निगम की छवि धूमिल हुई है।
नोटिस जारी, 24 घंटे की मोहलत
कार्यपालन यंत्री उद्यान ने राजू कामले को जारी किए गए नोटिस में स्पष्ट कहा है कि, “वार्ड क्रमांक 51 महानंदा नगर क्षेत्र में मकान नंबर 18/14 पर आम के वृक्ष की अवैध कटाई के संबंध में सूचना प्राप्त हुई है। निरीक्षण के दौरान स्थल पर काटे हुए वृक्ष का ठूंठ पाया गया। भवन स्वामी ने बताया है कि आपने 10 हजार रुपये लेकर यह वृक्ष अवैध रूप से कटवाया है।”
नोटिस में यह भी कहा गया है कि उनके इस कृत्य से निगम की छवि खराब हो रही है और यह भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। राजू कामले को 24 घंटे के भीतर कार्यपालन यंत्री के समक्ष लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है। ऐसा न करने पर उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी राजू कामले की स्वयं होगी।
लोनिवि प्रभारी का बयान
इस मामले में लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के प्रभारी शिवेंद्र तिवारी ने बताया, “शिकायत मिलने पर पूछताछ की गई, जिसमें राजू कामले पर आरोप लगे हैं। जाँच पूरी होने के बाद दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
पहले भी आती रही हैं शिकायतें
सूत्रों के अनुसार, प्रभारी दारोगा उद्यान राजू कामले के खिलाफ पेड़ काटने के मामलों में लगातार शिकायतें मिल रही थीं। उन पर आरोप लग रहे थे कि वह अवैध रूप से पेड़ कटवाने वालों पर कार्रवाई नहीं करते और पैसे लेकर उन्हें छूट दे देते हैं।
हाल ही में अंजूश्री कॉलोनी में 7 पेड़ काटे गए थे, जिनमें से राजू कामले ने सिर्फ एक पेड़ का चालान बनाया था। इससे पहले, नागझिरी कॉलोनी में भी पेड़ों की अवैध कटाई पर नगर निगम अधिकारियों ने 50-60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। उस मामले की शिकायत उद्यान विभाग प्रभारी शिवेंद्र तिवारी तक पहुँची थी, जिन्होंने झोन प्रभारी मनोज राजवानी को अवगत कराया था। इसके बाद, सब इंजीनियर विवेक मंडवेई को मौके पर भेजा गया था, जहाँ लकड़ी का पंचनामा बनाया गया था। बताया जाता है कि उस पेड़ की कटी हुई लकड़ी भी मौके से गायब कर दी गई थी।
अनियमितताओं पर सवाल
इस घटना ने नगर निगम के उद्यान विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। देखना होगा कि इस मामले में नगर निगम क्या ठोस कार्रवाई करता है और क्या राजू कामले के खिलाफ लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच हो पाती है या नहीं।