जानें कैसे बनेगा दुर्घटना-मुक्त जिला
उज्जैन, अग्निपथ। सड़क हादसों को कम करने और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उज्जैन पुलिस अब ‘मिशन एक्सीडेंट-फ्री’ पर निकल पड़ी है। ‘संपूर्ण सड़क सुरक्षा सुधार अधिनियम’ के तहत, पुलिस विभाग की अगुवाई में एनएचएआई, एमपीआरडीसी और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बुधवार को बड़नगर और नागदा-खाचरौद तहसील के हाईवे पर गहन निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने 26 ऐसे ‘ब्लैक स्पॉट’ (दुर्घटना संभावित क्षेत्र) की पहचान की है, जहाँ अक्सर हादसे होते हैं। अब ये सभी विभाग मिलकर इन स्थानों पर युद्धस्तर पर सुधार कार्य करेंगे ताकि जिले को दुर्घटना-मुक्त बनाया जा सके।
रात में भी दिखेगी सड़क, स्पीड ब्रेकर और साइन बोर्ड से सुधरेगी व्यवस्था
एडिशनल एसपी मयूर खंडेलवाल के नेतृत्व में एसडीओपी, एसडीएम, ट्रैफिक डीएसपी और अन्य तकनीकी अधिकारियों की टीम ने इन 26 ब्लैक स्पॉट्स का बारीकी से मुआयना किया। जिन जगहों पर सड़क की बनावट, दृश्य संकेतकों की कमी या अंधेरा दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बन रहा था, वहाँ तत्काल सुधार कार्य शुरू कर दिए गए हैं। जल्द ही आवश्यकतानुसार स्पीड ब्रेकर, रिफ्लेक्टिव साइन बोर्ड्स, कैट-आई मार्किंग और स्ट्रीट लाइट्स लगाई जाएंगी। सड़क की मरम्मत और चौड़ीकरण जैसे बड़े सुधारों के लिए संबंधित तकनीकी विभागों को निर्देश दिए गए हैं।
स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेतक मौके पर भेज दिए
एडिशनल एसपी खंडेलवाल ने बताया कि एक ट्रक भरकर स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेतक तुरंत मौके पर भेज दिए गए हैं, और सुधार कार्य शुरू हो चुका है। खासकर रात के समय दृश्यता बढ़ाने के लिए अंधेरे वाले क्षेत्रों में विशेष प्रकाश व्यवस्था की जा रही है। एएसपी खंडेलवाल ने जोर देकर कहा कि इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य जिले में सड़क सुरक्षा में प्रभावी सुधार लाना और नागरिकों के जीवन की रक्षा सुनिश्चित करना है।
किस विभाग की क्या है जिम्मेदारी
इस महत्वपूर्ण अभियान में विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं:
- ट्रैफिक पुलिस: यातायात नियंत्रण और साइन बोर्ड्स की नियमित जांच सुनिश्चित करेगी।
- एनएचएआई (NHAI): राष्ट्रीय राजमार्गों के ब्लैक स्पॉट्स पर तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएगा।
- एमपीआरडीसी (MPRDC): सड़क के विकास और मरम्मत के लिए आवश्यक परियोजनाएं बनाएगा।
- पीडब्ल्यूडी (PWD): लोक निर्माण संबंधी ढांचागत सुधार कार्य करेगा।
यह संयुक्त प्रयास उज्जैन जिले को सुरक्षित सड़कों की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।