ढाई लाख का माल बरामद
शाजापुर, अग्निपथ। शाजापुर कोतवाली पुलिस ने पुलिस लाइन में हुई चोरी की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए दो आदतन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन बदमाशों के कब्जे से करीब 2.50 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं। इस सफलता में सीसीटीवी कैमरों की भूमिका अहम रही, जिनकी मदद से पुलिस को बदमाशों तक पहुंचने का सुराग मिला।
गौरतलब है कि 29 मई की रात को पुलिस लाइन में तीन पुलिसकर्मियों – नीलू पाल और विजय पाल के शासकीय आवासों के ताले तोड़कर चोरी को अंजाम दिया गया था। अज्ञात बदमाशों ने अलमारी से जेवरात उड़ा लिए थे। उसी रात सांची पार्लर में भी चोरी की घटना सामने आई थी, जिसने पुलिस के लिए चुनौती खड़ी कर दी थी।
ऐसे हुआ खुलासा: सीसीटीवी और मुखबिर तंत्र की जुगलबंदी
कोतवाली पुलिस ने इस मामले में मुखबिर तंत्र और सीसीटीवी कैमरों की गहन पड़ताल का सहारा लिया। इसी दौरान सलमान उर्फ ‘क्वार्टर’ पिता महबूब अली निवासी सारंगपुर को हिरासत में लिया गया। पुलिस की सख्ती के बाद सलमान ने पुलिस लाइन में चोरी की अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि चोरी का आधा माल उसके साथी अकरम पिता महबूब निवासी सारंगपुर को सौंपा था।
पुलिस ने दोनों आरोपियों से सोने की अंगूठी, बाली, टॉप्स, नाक के लोंग, चांदी की पायल, चूड़ी, बिछिया और सिक्के बरामद किए हैं। चोरी में इस्तेमाल किए गए उपकरण भी जब्त कर लिए गए हैं।
आदतन अपराधी हैं दोनों बदमाश, कई मामलों में वांछित
पुलिस अधीक्षक यशपालसिंह राजपूत ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी आदतन बदमाश हैं। अकरम पर विभिन्न पुलिस थानों में 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि सलमान पर 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, गौवध और आबकारी अधिनियम के तहत मामले शामिल हैं।
रेकी कर सुनसान मकानों को निशाना बनाते थे
एसपी राजपूत ने वारदात को अंजाम देने के तरीके के बारे में बताते हुए कहा कि आरोपी पहले अकेले रेकी करते थे और सुनसान मकानों को निशाना बनाते थे। मौका मिलते ही वे चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस लाइन में भी इन बदमाशों ने यही तरीका अपनाया था।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में थाना प्रभारी निरीक्षक संतोष वाघेला, उनि अंकित मुकाती, उनि नवीन बिलवानिया, उनि राहुल पोरवाल, उनि जया सुनेरी, सायबर सेल टीम, प्रआर कपिल नागर, प्रआर जसवंत जाटव, प्रआर मुकेश पटेल, प्रआर रामचरण, आरक्षक शैलेंद्र शर्मा, आरक्षक लाखन सिंह और आरक्षक जितेंद्र की सराहनीय भूमिका रही। इस गिरफ्तारी से शाजापुर में चोरी की वारदातों पर लगाम लगने की उम्मीद है।