सिंहस्थ 2028 (ujjain pod taxi): पॉड टैक्सी से वॉकेलेटर तक, श्रद्धालुओं को मिलेगी हाईटेक सुविधा

उज्जैन में आधुनिक परिवहन क्रांति की तैयारी!

उज्जैन, अग्निपथ। धर्मनगरी उज्जैन में आगामी सिंहस्थ 2028 के भव्य आयोजन से पहले, जिला प्रशासन शहर के विकास कार्यों को अभूतपूर्व गति देने में जुटा है। श्रद्धालुओं और पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से, कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर तेज़ी से काम चल रहा है। इनमें सबसे प्रमुख हैं पॉड टैक्सी प्रणाली और वॉकेलेटर (मूविंग वॉकवे) का निर्माण, जो उज्जैन के परिवहन परिदृश्य को पूरी तरह से बदल देंगे। ‘अग्निपथ’ के साथ एक विशेष चर्चा में, कलेक्टर रोशनकुमार सिंह ने इन अत्याधुनिक परियोजनाओं का विस्तृत ब्यौरा दिया।

पॉड टैक्सी: उज्जैन की सड़कों पर दौड़ेगी ‘भविष्य की सवारी’

कलेक्टर रोशनकुमार सिंह ने बताया कि उज्जैन शहर के प्रमुख मार्गों पर पॉड टैक्सी चलाने की विस्तृत योजना तैयार की गई है। यह स्वचालित इलेक्ट्रिक वाहन प्रणाली, जिसे पर्सनल रैपिड ट्रांजिट (PRT) के नाम से भी जाना जाता है, शहर की भीड़भाड़ को कम करने और यातायात को सुगम बनाने में क्रांतिकारी भूमिका निभाएगी।

ujjain pod taxiक्या है पॉड टैक्सी? यह एक तरह की छोटी, स्वचालित कैब होती है, जो एलिवेटेड ट्रैक पर चलती है। कलेक्टर ने बताया कि (ujjain pod taxi ) उज्जैन में प्रत्येक पॉड टैक्सी लगभग आठ लोगों को ले जाने में सक्षम होगी। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके लिए शहर के प्रमुख मार्गों पर 10 फीट चौड़ा एक अलग और समर्पित मार्ग बनाया जाएगा। इस ट्रैक पर पॉड टैक्सी के अलावा किसी अन्य वाहन को चलने की अनुमति नहीं होगी, जिससे यातायात जाम की समस्या से पूरी तरह निजात मिलेगी और यात्रियों को बिना रुकावट तेज़ गति से यात्रा करने का अनुभव मिलेगा।

पॉड टैक्सी प्रणाली न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक तेज़ और सुविधाजनक विकल्प होगी, बल्कि यह शहर के पर्यटन को भी नया आयाम देगी। कल्पना कीजिए, सिंहस्थ के दौरान लाखों श्रद्धालु बिना किसी भीड़ या ट्रैफिक की चिंता के, आसानी से एक पवित्र स्थल से दूसरे पवित्र स्थल तक पहुँच सकेंगे। यह पर्यावरण के अनुकूल भी होगा, क्योंकि ये टैडसियाँ इलेक्ट्रिक होंगी, जिससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी।

देवासगेट बस स्टैंड: एक बहुमंजिला परिवहन हब और ‘वॉकेलेटर’ का तोहफा

कलेक्टर रोशनकुमार सिंह ने बताया कि उज्जैन के देवासगेट बस स्टैंड को एक आधुनिक और भव्य दो मंजिला परिसर के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह केवल एक बस स्टैंड नहीं होगा, बल्कि एक एकीकृत परिवहन हब बनेगा, जिसमें यात्रियों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा।

इस विशाल परिसर में मेट्रो स्टेशन, विशाल पार्किंग सुविधा, अत्याधुनिक बस स्टैंड और एक व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स शामिल होंगे। यह यात्रियों को यात्रा के साथ-साथ खरीदारी और अन्य सुविधाओं का भी अनुभव प्रदान करेगा।

देवासगेट बस स्टैंड को उज्जैन रेलवे स्टेशन से जोड़ेगा वॉकेलेटर

लेकिन इस परियोजना का सबसे खास आकर्षण है वॉकेलेटर का निर्माण, जो सीधे देवासगेट बस स्टैंड को उज्जैन रेलवे स्टेशन से जोड़ेगा। यह सुविधा यात्रियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी। वर्तमान में, बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन तक पहुँचने के लिए यात्रियों को पैदल चलना पड़ता है, जिससे खासकर भारी सामान के साथ या बुजुर्गों को काफी परेशानी होती है।

क्या है वॉकेलेटर? यह एक मूविंग वॉकवे होता है, जिस पर खड़े होते ही यात्री बिना पैदल चले, एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँच जाते हैं। कलेक्टर सिंह ने बताया कि वॉकेलेटर पर खड़े होते ही यात्री सहजता से और बिना किसी शारीरिक श्रम के देवासगेट बस स्टैंड से सीधे रेलवे स्टेशन तक आ-जा सकेंगे। यह सुविधा अभी तक मुख्य रूप से मेट्रो ट्रेन स्टेशनों और बड़े हवाई अड्डों पर ही उपलब्ध होती थी, लेकिन अब उज्जैन भी इस आधुनिक सुविधा से लैस होगा।

यह वॉकेलेटर सिंहस्थ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा, जो दूर-दराज से यात्रा करके उज्जैन पहुँचेंगे। यह न केवल उनके समय की बचत करेगा, बल्कि उनकी यात्रा को अधिक आरामदायक और तनावमुक्त बनाएगा।

कुल मिलाकर, उज्जैन प्रशासन सिंहस्थ 2028 को एक यादगार और सुगम अनुभव बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। पॉड टैक्सी और वॉकेलेटर जैसी परियोजनाएं उज्जैन को एक आधुनिक और सुविधा संपन्न शहर के रूप में स्थापित करेंगी, जिससे यह न केवल धार्मिक पर्यटन का केंद्र बल्कि शहरी नियोजन का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी बनेगा।