राजगढ़ में भीषण सड़क हादसा: डिवाइडर से टकराई कार, अयोध्या से सूरत जा रहे 4 लोगों की मौत, 3 घायल

शाजापुर, अग्निपथ: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक भयावह सड़क दुर्घटना ने बुधवार रात चार जिंदगियां छीन लीं। अयोध्या से गुजरात के सूरत जा रही एक XUV 500 कार पचोर के पास हाईवे पर अचानक डिवाइडर से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में दो बच्चों ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो महिलाओं की शाजापुर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दुर्घटना में तीन अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार जारी है। यह सभी पीड़ित उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के मूल निवासी थे और गुजरात के सूरत में काम करते थे। इस घटना ने एक बार फिर लंबी दूरी की यात्राओं के दौरान सुरक्षा उपायों और चालकों की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

झपकी और चीख पुकार

मिली जानकारी के अनुसार, कार में सवार सभी सदस्य रिश्तेदार थे और अयोध्या से अपना सफर शुरू कर सूरत की ओर बढ़ रहे थे। बुधवार देर रात जब कार राजगढ़ के पचोर क्षेत्र से गुजर रही थी, तभी अचानक चालक भोलेनाथ दुबे को झपकी आ गई। बस, एक पल की यह चूक काल बनकर सामने आई और तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सड़क के डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और मौके पर ही चीख-पुकार मच गई।

दुर्घटनास्थल पर उस समय माहौल बेहद दिल दहला देने वाला था। कार से धुआँ उठता देख, उसी हाईवे से अहमदाबाद जा रहे एक एम्बुलेंस चालक यज्ञेशभाई रावल और कुछ ट्रक ड्राइवर तत्काल मदद के लिए दौड़े। उन्होंने अपनी सूझबूझ और हिम्मत दिखाते हुए क्षतिग्रस्त कार का दरवाजा तोड़ा और अंदर फंसे शवों व घायलों को बाहर निकाला। शुरुआती राहत और बचाव कार्य इन्हीं नेक दिल राहगीरों ने अंजाम दिया।

अपनों को खोने का दर्द: दो बच्चों ने गंवाई जान, दो महिलाओं ने अस्पताल में तोड़ा दम

हादसे में मृतकों और घायलों की पहचान हो गई है। घायलों के परिजन आयुष दुबे ने दर्दभरी जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार शाम को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के दुबेपुरवा भवानीपुर से दो कारों में परिवार के सदस्य सूरत के लिए रवाना हुए थे। रास्ते में एक ढाबे पर सभी ने साथ चाय पी, और उसके एक घंटे बाद ही यह भयावह दुर्घटना हो गई।

दुर्भाग्यवश, इस हादसे में दो मासूम बच्चों अनमोल (16 वर्ष) और प्रियांशु (11 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। यह दृश्य इतना दर्दनाक था कि किसी का भी कलेजा काँप जाए।

घटना के बाद, गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को पचोर अस्पताल ले जाया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें शाजापुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। शाजापुर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान प्रमिला पांडे (55 वर्ष) और शिवदेवी तिवारी (45 वर्ष) ने भी दम तोड़ दिया। इस तरह एक ही परिवार के चार सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई, जिससे पूरे परिवार और उनके गृह ग्राम में मातम पसर गया है।

घायलों का उपचार जारी, चालक को मामूली चोटें

हादसे में घायल हुए तीन लोगों में चालक भोले दुबे, उनकी पत्नी पुष्टम दुबे (50 वर्ष) और बेटी अंशिका दुबे (14 वर्ष) शामिल हैं। शाजापुर जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. दीपक पाटीदार ने बताया कि चार घायलों को पचोर से अस्पताल लाया गया था। उपचार के दौरान दो महिलाओं की मौत हो गई। वहीं, अंशिका दुबे और पुष्टम दुबे का इलाज अभी भी जारी है, जिनकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है। अच्छी बात यह है कि कार चला रहे भोले दुबे को मामूली चोटें ही आई हैं।

इस घटना ने लंबी दूरी की यात्रा करने वाले चालकों के लिए पर्याप्त आराम और सतर्कता के महत्व को फिर से उजागर किया है। एक छोटी सी झपकी कैसे पूरे परिवार की खुशियों को छीन सकती है, यह इस हादसे से स्पष्ट होता है। प्रशासन को भी ऐसे हाईवे पर चालकों की थकान से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और आराम के लिए सुरक्षित स्थानों को चिन्हित करने पर विचार करना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। परिवार पर टूटे इस दुख के पहाड़ से उबरने के लिए उन्हें सहारे और संबल की आवश्यकता है।

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