उज्जैन, अग्निपथ: नानाखेड़ा थाना क्षेत्र में 10 दिन पहले हुई सनसनीखेज लूटपाट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से दो नाबालिग हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि मुख्य आरोपी पुलिस को देखते ही पुल से कूद गया, जिससे वह घायल हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया. एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
शुक्रवार दोपहर पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि 10 जून को नानाखेड़ा थाना क्षेत्र के इंदौर रोड पर लूट की वारदात हुई थी. फरियादी शक्ति सिंह पंवार अपने मामा के घर हासामपुरा जा रहे थे, तभी चार बदमाशों ने उन्हें रोका. आरोपियों ने शक्ति सिंह के साथ मारपीट की और उनकी बुलेट बाइक तथा मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए. शक्ति सिंह ने 16 जून की रात नानाखेड़ा थाने में लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
पुलिस की मुस्तैदी: भागते हुए पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर अपराधियों की तलाश शुरू कर दी और अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया. इसी बीच, पुलिस को सूचना मिली कि 10 जून की लूट का एक आरोपी इंदौर रोड की तरफ से गुजरने वाला है. सूचना मिलते ही पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए तपोभूमि पर चेकिंग पॉइंट लगाया. जैसे ही एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा, पुलिस ने उसका पीछा किया. आरोपी पुलिस से बचने के लिए पुल से नीचे कूद गया और घायल हो गया.
पुलिस ने घेराबंदी कर उसे हिरासत में लिया. पूछताछ में उसने अपना नाम सूरज शर्मा (19 वर्ष, निवासी भागीरथपुरा, इंदौर) बताया. कड़ाई से पूछताछ करने पर सूरज ने 10 जून को अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम देने की बात कबूल कर ली. पुलिस ने उसके पास से लूटी गई बुलेट बाइक और मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं.
दो नाबालिग भी पकड़े गए, एक आरोपी फरार
सूरज से पूछताछ में युवराज कोरी नामक एक और आरोपी का नाम सामने आया, जो इस वारदात में शामिल था. इसके अलावा दो आरोपी नाबालिग निकले. पुलिस ने सूरज की निशानदेही पर दोनों नाबालिग आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, युवराज कोरी अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है.
इंदौर तीन आपराधिक मामले दर्ज
नाबालिगों की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई स्प्लेंडर बाइक भी बरामद कर ली है. गिरफ्तार आरोपी सूरज शर्मा के खिलाफ इंदौर के विभिन्न थानों में पहले से ही तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पुल से कूदने के कारण सूरज के पैरों में मोच आ गई थी और वह घायल हो गया था. पुलिस ने पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराकर उसका उपचार कराया, और उसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की. यह घटना दिखाती है कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए किस हद तक मुस्तैदी से काम करती है. फरार आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो जाएगा.