धार में  ‘संपदा 2.0’ से पंजीयन में आई तेजी, 42 करोड़ का राजस्व

धार, अग्निपथ। प्रदेश में ‘संपदा 2.0’ सॉफ्टवेयर लॉन्च होने के बाद शुरुआती दिक्कतों के बावजूद, धार जिले में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री प्रक्रिया अब काफी सरल हो गई है। ढाई महीने पहले 1 अप्रैल से शुरू हुए इस नए सिस्टम ने जिले में 5,000 से अधिक दस्तावेजों का पंजीयन किया है, जो सामान्य स्थिति से बेहतर आंकड़ा है। अब रजिस्ट्री के लिए आवेदकों को पंजीयक कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे, और यह प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक तेज हो गई है।

धार में सबसे ज्यादा पंजीयन, राजस्व में भी इजाफा

‘संपदा 2.0’ की शुरुआत में भले ही सर्वर की धीमी गति जैसी चुनौतियां थीं, लेकिन अब यह सुचारु रूप से काम कर रहा है। धार जिला मुख्यालय स्थित पंजीयक कार्यालय ने इस दौरान बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जहाँ सर्वाधिक 2,700 दस्तावेजों का पंजीयन हुआ है। इससे विभाग को 26 करोड़ रुपये से अधिक की आय प्राप्त हुई है, जबकि पूरे जिले में अब तक कुल 42 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया जा चुका है। अन्य सब-सेंटरों पर भी पंजीयन की गति अब बढ़ रही है।

10-15 मिनट में रजिस्ट्री: समय की बचत

जहाँ पहले रजिस्ट्री प्रक्रिया में घंटों, यहाँ तक कि डेढ़ घंटे तक का समय लगता था, वहीं ‘संपदा 2.0’ के लागू होने के बाद अब यह काम केवल 10 से 15 मिनट में पूरा हो रहा है। यह आवेदकों और सर्विस प्रोवाइडर दोनों के लिए बड़ी राहत है। हालांकि शुरुआती दिनों में नेटवर्क और पोर्टल के चालू-बंद होने जैसी समस्याओं ने कुछ परेशानी पैदा की थी, लेकिन अब ये दिक्कतें काफी हद तक दूर हो गई हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुधार, कुछ चुनौतियां शेष

ग्रामीण क्षेत्रों के उप पंजीयक कार्यालयों में भी ‘संपदा 2.0’ से ई-रजिस्ट्री की सुविधा बढ़ी है, जिससे बड़ी डीलों में क्रेता-विक्रेता अब जिला मुख्यालय के बजाय सीधे अपने क्षेत्र में ही रजिस्ट्री कराने में सहज महसूस कर रहे हैं।

हालांकि, कुछ छोटी-मोटी समस्याएँ अभी भी बनी हुई हैं:

  • जियो टैगिंग: प्लॉट या जमीन के नक्शे की लोकेशन का जियो टैगिंग से मिलान करने में कभी-कभी दिक्कत आती है।
  • बायोमेट्रिक: बुजुर्गों के फिंगरप्रिंट या रेटिना स्कैन होने में समस्याएँ आ सकती हैं।
  • सप्ताह के व्यस्त दिन: सोमवार, मंगलवार और बुधवार जैसे व्यस्त दिनों में अधिक लोड होने से सॉफ्टवेयर थोड़ा धीमा हो जाता है।

जिला पंजीयक अधिकारी प्रभात बाजपेयी ने बताया, “शुरुआत में ‘संपदा 2.0’ को लेकर थोड़ी बहुत दिक्कत आई थी, लेकिन अब सर्वर सही चलने लगा है। बीच-बीच में थोड़ी बहुत देर सर्वर स्लो हो जाता है, लेकिन ज्यादा परेशानी नहीं है। स्टाफ भी पर्याप्त मिला हुआ है, इसलिए आवेदकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।”

धार जिले के पंजीयन कार्यालयों पर पंजीयन की स्थिति और राजस्व:

सेंटर

पंजीयन संख्या

आय (करोड़ में)

बदनावर

870 7.50

धार

2700

27.50

धरमपुरी

400

2.00

गंधवानी

150

0.40

कुक्षी 350

1.50

मनावर 600 3.00
सरदारपुर 500 3.00

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