7 सितम्बर की सुबह 10 बजे से ऑनलाइन बुकिंग प्रारम्भ होगी, 200 रुपए लगेगा शुल्क
1 हजार श्रद्धालुओं को रोज मिलेगा प्रवेश, 150 सीट ऑफलाइन श्रद्धालुओं के लिए रहेगी बुक
उज्जैन, अग्निपथ। गुरुवार को सर्किट हाउस में उच्च शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में भस्म आरती और शाही सवारी को लेकर निर्णय लिए गए थे। जिस पर शुक्रवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में रखकर मोहर लगाई गई। बृहस्पति भवन में बैठक का आयोजन किया गया था। भस्मारती में एक हजार श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। इसमें से 150 सीट आफलाइन श्रद्धालुओं के लिए रखी गई है।
कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की बैठक बृहस्पति भवन में आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि भगवान महाकाल की भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं को 11 सितम्बर से प्रवेश दिया जायेगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कुल क्षमता के 50 प्रतिशत यानी कि 1 हजार दर्शनार्थियों को कार्तिकेय एवं गणेश मण्डपम में प्रवेश दिया जायेगा। गर्भगृह एवं नन्दी हॉल में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जायेगा। 7 सितम्बर की सुबह 10 बजे से भस्म आरती हेतु ऑनलाइन बुकिंग प्रारम्भ होगी।
ऑफलाइन डेढ़ सौ लोगों को प्रवेश
आनलाइन 850 श्रद्धालुओं को बुकिंग के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा। वहीं ऑफलाइन 150 व्यक्तियों के लिये प्रवेश-पत्र एक दिन पूर्व काउंटर से पहले आओ-पहले पाओ के सिद्धान्त पर जारी किये जायेंगे। भस्म आरती हेतु 150 ऑफ लाइन प्रवेश पत्र नि:शुल्क रहेंगे। एक दिन पूर्व मंदिर काउंटर से जारी किए जाएंगे। ऑनलाइन भस्म आरती के लिये 200 रुपये भेंट राशि जमा करवाना होगी। बैठक में प्रोटोकॉल व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिये प्रोटोकॉल से दर्शन करने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से 100 रुपये की भेंट राशि लेने के निर्णय का अनुमोदन किया गया। शीघ्र ही उक्त व्यवस्था लागू की जाएगी।
बैठक में एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, पुजारी प्रदीप गुरू, प्रबंध समिति सदस्य आशीष पुजारी, दीपक मित्तल, विजयशंकर शर्मा, नगरनिगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, यूडीए सीईओ एसएस रावत मौजूद थे।
लड्डू यूनिट विस्तार सहित अन्य निर्णय लिए गए
⇒मंदिर प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी ने वर्ष 2021-22 के लिये मन्दिर का अनुमानित बजट प्रस्तुत किया। बैठक में अनुमानित आय 7978 लाख रुपये एवं व्यय 7947 लाख के बजट का अनुमोदन किया गया।
⇒महाकालेश्वर मन्दिर में श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन हेतु चारों ओर से आने वाले मार्गों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत भूअर्जन किया जाना प्रस्तावित है। भूअर्जन के लिये कुल दो करोड़ 14 लाख 15 हजार 33 रुपये की राशि प्रारम्भिक रूप से मन्दिर प्रबंध समिति से भुगतान करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
⇒मन्दिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित विक्रम कीर्ति मन्दिर को विक्रम विश्वविद्यालय को हस्तांतरित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
⇒मन्दिर को दान में प्राप्त होने वाले स्वर्ण आभूषणों को बैंक में रखने के लिये आवश्यक कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया।
⇒सुरक्षा के लिये ई-निविदा, भगवान महाकालेश्वर के सामान्य एवं 360 डिग्री लाईव दर्शन के अधिकार दिये जाने हेतु स्मार्ट सिटी के माध्यम से ई-निविदा जारी करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
⇒उमा सांझी महोत्सव गत वर्ष अनुसार ही कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार प्रतीकात्मक रूप से मनाने का निर्णय लिया गया।
⇒लड्डू प्रसाद इकाई के विस्तार एवं आवश्यक मशीनें लगाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। लड्डू प्रसाद की निर्माण लागत का आंकलन करते हुए नो प्रॉफिट नो लॉस के सिद्धान्त के आधार पर मूल्य निर्धारित कर आगामी बैठक में प्रस्ताव रखने के निर्देश दिये गये।
⇒वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में संचालक पद की नियुक्ति के लिये सिद्धान्त रूप में सहमति प्रदान की गई। नियुक्ति के लिये नियम व अन्य औपचारिक प्रस्ताव आगामी बैठक में रखने के निर्देश दिये गये।
⇒माननीय सर्वोच्च न्यायालय में प्रचलित प्रकरण में सीबीआरआई रूड़की द्वारा प्रस्तुत स्ट्रक्चरल असेसमेंट रिपोर्ट के सम्बन्ध में व्यय की जाने वाली कुल राशि 4.37 करोड़ का सैद्धान्तिक अनुमोदन किया गया।