महिदपुर, अग्निपथ। संयम पथ की दीक्षा से पहले नगर की लाड़ली बेटी रिदम कोचर का बहुमान नगर के जैन समाज द्वारा किया गया। इस दौरान विभिन्न आयोजन किये, बच्चों ने नृत्य प्रस्तुति भी दी।
जैन धर्मशाला में श्री वर्धमान स्थानकवासी श्रावक संघ, अणु महिला मंडल एवं श्री वर्धमान स्थानकवासी नवयुवक मंडल द्वारा रिदम कोचर का बहुमान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में नवयुवक मंडल अध्यक्ष हर्ष ओस्तवाल के नेतृत्व में नवयुवक मंडल द्वारा रैली निकाली जाकर महिला मंडल के सहयोग से मुमुक्षु रिदम कोचर का भव्य प्रवेश कराया गया। पश्चात अणु महिला मंडल की नियति कोठारी एवं निष्का बुरड़ ने स्वागत गीत गाया ।
मुमुक्षु रिदम कोचर का सामान्य परिचय विमल बुरड़ द्वारा दिया गया। बहुमान कार्यक्रम में तमन्ना बुरड़, कुसुम मेहता, मोना पगारिया, रितु चंडालिया द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया। दीक्षा की अनुमोदना में बच्चों द्वारा भी नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिनमें प्रेक्षा ओस्तवाल, ध्वनि मेहता,अरहा चंडालिया, अवनी मेहता, आर्या चंडालिया की भूमिका सराहनीय रही।
धर्म से विकट समस्याओं का निराकरण भी संभव: साध्वीजी
कार्यक्रम में साध्वी मुक्तिदर्शनाजी व पूर्णहिता श्रीजी ने उपस्थितजनों से कहा कि धर्म के माध्यम से मानव जीवन की विकट समस्याओं का भी निराकरण किया जा सकता है। इसलिए धर्म आराधना में भी मानव को संलग्न रहना चाहिए। श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष सुरेश चंडालिया व अरविंद सकलेचा ने दीक्षार्थी की अनुमोदना में अपने विचार व्यक्त किए। श्री वर्धमान स्थानकवासी श्रावक संघ, अणु महिला मंडल एवं नवयुवक मंडल द्वारा मुमुक्षु रिदम कोचर तथा रिदम के पूज्य पिता विशाल कोचर एवं दादा संतोष कोचर एवं दादी संतोष बहिन कोचर का भी बहुमान किया गया। बहुमान की इसी श्रंखला में राजकुमार सकलेचा परिवार द्वारा भी मुमुक्षु का बहुमान किया गया ।
संयम मार्ग पर चलने से ही जीवन सार्थक: मुमुक्षु
मुमुक्षु सुश्री रिदम ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह संसार असार है यदि अपने जीवन का सही उपयोग करना है तो संयम मार्ग पर चलकर जीवन को सार्थक किया जा सकता है । महिला मंडल द्वारा चौबीसी के माध्यम से दीक्षा की अनुमोदना भी की गई।