झाबुआ, अग्निपथ। जिले के स्कूलों मे खेल सामग्री सप्लाय करने वालों मे एक चर्चित फर्म सुरजमल एंड संस के मालिक अचल कटकानी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। दो फर्म पर दर्ज एफआईआर मे प्रोप्रायटर का नाम नही है।
जिला शिक्षा केन्द्र के परियोजना समन्वयक रालु सिंह सिंगाड की शिकायत पर पुलिस ने अलग अलग धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी करोड़ों की राशि हजम करने की योजना पर फिरा पानी।
प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में बच्चों के लिए खेल सामग्री खरीदी जाना थी। इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा लगभग डेढ़ करोड़ की राशि जिले को प्राप्त हुई थी। जैसे ही इसकी जानकारी सप्लायरों को लगी, उन्होंने राजनीतिक प्रभाव और प्रशासन पर दबाव बनाते हुए हुए नियमों के विरूद्व स्कूलों में खेल सामग्री पहुंचा दी। थांदला तहसील मुख्यालय पर 15 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान भगोरिया पर्व में सपत्नीक आए थे। खेल सामग्री सप्लाय की शिकायत स्थानीय भाजपा नेता द्वारा मुख्यमंत्री को की गई थी।
मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए, स्कूलों से खेल सामग्री जप्त की। जांच समिति गठित की गई ओर जांच के बाद जवाबदार दोषी आधिकारियों को निलंबित किया गया। जिन व्यापारियों ने बिना आदेश के स्कूलों में सामग्री सप्लाय कि थी, स्कूलों से मिले बिल के आधार पर उन सभी व्यापारियों की फर्म को ब्लेक लिस्टेड कर दिया गया था। लंबे इंतजार के बाद संबंधित फर्म ओर व्यापारियों पर भी पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया गया। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा सुरजमल एंड संस की हो रही थी, बताया जा रहा है कि खेल सामग्री सप्लाय की शुरूआत इसी फर्म द्वारा की गई थी।
खेल सामग्री घोटाले के चर्चित सप्लायर पर मामला दर्ज
जिला समन्वयक के आवेदन पर फर्म कटारिया बुक सेंटर, पता-बडोदा बैंक के पास मेघनगर, ओर सुरजमल एंड संस, पता-चंद्रशेखर आजाद मार्ग झाबुआ के नाम से झाबुआ थाने में 7 अप्रैल 2022 को भादसं1860 की धारा 420, 511, 120-बी, में मामला दर्ज किया गया। शासकीय पत्र के माध्यम से पुलिस को मामले की जानकारी दी गई थी। जिसमे उल्लेख किया गया है कि अधिकारियों के जांच प्रतिवेदन मे संलग्न दस्तावेजों से स्पष्ट होता है कि, कटारिया बुक सेंटर, सुरजमल एंड संस द्वारा शासन के साथ छल किया गया।
बेईमानीपूर्वक अवैध लाभ अर्जित करने के उददेश्य से बिना सामग्री सप्लाई आदेश प्राप्त किये, कम गुणवत्ता की सामग्री अधिक मुल्य बिल में दर्शित कि गई। प्रा.शाला जुनापानी फलिया अंतरवेलिया, प्रा.शाला अंतरवेलिया, प्रा.शा, तडवी फलिया एवं शासकीय नवीन माध्यमिक शाला नेगडिया में उपस्थित शिक्षकों को कहा कि हमें सप्लाई का आदेश मिल गया है। जब कि इनके द्वारा सामग्री छल पूर्वक दी गई।
अधिकारियों ने सामग्री के भोतिक सत्यापन में पाया कि फर्म द्वारा स्कूलों में दी गई सामग्री और दिया गया बिल दोनों में समानता नहीं थी। सामग्री का बाजार मूल्य भी बिल पर अधिक लिखा गया था। स्कूलों में जनशिक्षक ओर शिक्षकों ने सामग्री प्राप्त की है, उनके द्वारा किसी भी प्रकार की सामग्री प्रदान करने का आदेश इन फर्मो को नहीं दिया गया था। इन सभी को आधार बनाते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
ऐसे उजागर हुआ फर्म के मालिक का नाम
पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर में फर्म के प्रोप्रायटर (मालिक) के नाम का खुलासा नहीं किया गया था। सुजरमल एंड संस के बिल सोशल मीडिया पर आ गए थे। बिल पर लिखे गए जीएसटी नंबर को आधार बनाकर पोर्टल पर देखा गया जिसमें जानकारी पाई गई कि फर्म के मालिक का नाम अचल कुमार कटकानी है। पता, 81 चन्द्रशेखर आजाद मार्ग, झाबुआ लिखा हुआ है। सुरजमल एंड संस फर्म का रजिस्ट्रेशन 01 जुलाई 2017 से जीएसटी मे पंजीयन होकर फर्म आज भी अस्तीत्व में है। भाजपा सांसद गुमानसिंह डामोर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्वार्थ जैन से अचल कटकानी की नजदीकियों की चर्चा ने भी इस घोटाले को चर्चित बना दिया।