आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद नि:शुल्क जांच से इंकार, थीटा डायग्नोस्टिक के खिलाफ शिकायत
उज्जैन, अग्निपथ। जिला चिकित्सालय में सीटी स्केन मशीन स्थापित होकर काम करने भी लगी है। जिला होकर यहां इसकी कमी के चलते प्रायवेट में स्थापित लेब पर या फिर इन्दौर आदि स्थानों पर जाकर मरीजों की सीटी स्केन करवाना पडती थी । जिला अस्पताल में उक्त सीटी स्केनर मशीन को गरीबों के लिए स्थापित किया गया है। लेकिन यहां पर थीटा डायग्रोस्टिम द्वारा आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद नि:शुल्क जांच की जगह मनमाने पैसे मांगे जा रहे हैं। शुक्रवार को एक शिकायती आवेदन मरीज के परिजन ने आरएमओ को सौंपा है।
उक्त सीटी स्केन मशीन का संचालन आगामी 7 बरसों के लिये थीटा लैब्स प्रायवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है । 32 स्लाइस की क्षमता वाली मशीन से एक सीटी स्कैन का शुल्क 693 रुपए रखा गया था जो निजी लैब में हो रहे सीटी स्कैन के शुल्क रुपये 2500 से 1807 रुपए कम है। यह शुल्क उन मरीजों से लिया जाएगा जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है।
किन्तु उज्जैन में थीटा डायग्नोसिस्ट सेंटर के नाम से स्थापित इस सीटी स्केन में इन दिनों आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद गरीब मरीजों से 1100 रुपए के मान से रकम वसूली की जा रही है। चूंकि यह मशीन निजी तौर पर थीटा कंपनी द्वारा 7 साल के करार पर चलाई जा रही है, प्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाली सेवायें ’’ नो प्रॉफीट नो लॉस के सिद्धांत पर चलाये जाने के निर्देश के बाद भी जिला चिकित्सालय में सीटी स्केन के लिये इस तरह मोटी रकम के वसूले जाने के कारण गरीब लोगों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
बड़ी सौगात पर फिरा पानी
जब जिला चिकित्सालय में सीटी स्केन सेंटर प्रारंभ हुआ तो लग रहा था कि यह जिले के लिए ये एक बड़ी सौगात होगी । किन्तु इस आशा पर भी पानी फिरता नजर आ रहा है। मजबूरन गरीब मरीजों को इंदौर एमवाय की ओर रुख करना पड़ रहा है। अक्सर दुर्घटना में घायल लोग या गंभीर चोट के अलावा गंभीर रूप से बीमार लोगों को सीटी स्कैन की जरूरत होती है। इसलिये उज्जैन में इस मशीन की उपयोगिता सर्वाधिक माना जारही थी । चूंकि ऐसे मरीज जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं हैं। उनसे तय रकम 693 रूपये ही लेना चाहिये उनसे 2-2 हजार तक की वसूली की जा रही है।
आरएमओ को शिकायती आवेदन दिया
शुक्रवार को थेटा डायग्नोस्टिक का कारनामा निकल कर सामने आया। सांवेर निवासी समीर खान अपने पिता सलीम खान उम्र 45 वर्ष को लेकर जिला अस्पताल आया था। जहां डॉ. मुंशी खान ने इलाज देकर सीटी स्कैन करवाने की सलाह दी थी। थीटा डायग्नोस्टिक पर जाने पर उनसे 1100 रुपए की मांग की गई। अधिक जोर देने पर उनसे कहा गया कि 600 रुपए तो फिल्म के देने ही होंगे। समीर ने जब आरएमओ जितेन्द्र शर्मा से इसकी शिकायत की तब कहीं जाकर नि:शुल्क सीटी स्कैन की गई। समीर ने शिकायती आवेदन आरएमओ को सौंपा है।
इनका कहना है
वरिष्ठ अधिकारियों को मामले से अवगत करवा दिया गया है। शिकायतकर्ता को सोमवार को बुलाया गया है।
डॉ. जितेन्द्र शर्मा, आरएमओ, जिला अस्पताल
मरीज को एक्स्ट्रा फिल्म देना पड़ती हैं। जिसकी इमेज 240 तक हो सकती हैं। मरीज को आगे परेशानी न हो इसके लिए शुल्क लिया जाता है।
राहुल प्रजापत, तकनीशियन, थीटा डायग्नोस्टिक