वादों के बाद भी 10 साल में नहीं बनी तीन किमी सडक़
नलखेड़ा, अग्निपथ। समीपस्थ ग्राम पंचायत लालूखेड़ी के अंतर्गत ग्राम रूपारेल के ग्रामीणों ने सडक़ नहीं बनने से नाराज होकर मतदान का बहिष्कार किया। अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने और एक भी वोट नहीं डाला गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम रूपारेल के ग्रामीणों द्वारा चुनाव के पूर्व कलेक्टर अवधेश शर्मा को एक ज्ञापन देकर पंचायत चुनाव का बहिष्कार की जानकारी दी थी। आवेदन में ग्रामीणों ने बताया था कि वर्ष 2012 में पीलिया बांध परियोजना के निर्माण के चलते ग्राम रूपारेल डूब क्षेत्र में आने के बाद ग्रामीणों द्वारा नया रूपारेल बसाया गया था। जिसमें सिंचाई विभाग द्वारा रूपारेल से सुईगांव तक सडक़ बनाने की जिम्मेदारी ली गई थी लेकिन 10 वर्ष बाद भी प्रशासन द्वारा रूपारेल से सुईगांव तक 3 किलोमीटर की सडक़ नहीं बनाई गई।
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भी ग्रामीणों द्वारा मतदान का बहिष्कार किया गया था तब जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा सडक़ बनाने का आश्वासन देकर मतदान कराया गया था लेकिन विधानसभा चुनाव के लगभग 3 वर्ष होने के बाद सडक़ का निर्माण नहीं कराया गया। इसके चलते ग्रामीणों द्वारा अब फिर पंचायत चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया गया। इसके चलते प्रात: 7 से 3 बजे तक एक भी मत ग्रामीणों द्वारा नहीं डाला गया।
अधिकारियों की भी नहीं मानी बात

शुक्रवार को संपन्न हुए पंचायत चुनाव के दौरान एडिशनल एसपी नवलसिंह सिसोदिया, तहसीलदार संजीव सक्सेना एवं नलखेड़ा जनपद पंचायत सीईओ रामप्रतापसिंह पंवार ग्राम रूपारेल पहुंचे व ग्रामीणों को मतदान करने की समझाइश दी गई लेकिन उसके बाद भी ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों की बातें नहीं सुनते हुए मतदान का बहिष्कार किया।