उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय की ग्रेड में गिरावट के मुद्दे पर कांग्रेस ने हमलावर रूख अपना लिया है। कांग्रेस का सीधा हमला उच्चशिक्षा मंत्री और स्थानीय विधायक डा. मोहन यादव पर है। एनएसयूआई द्वारा उच्चशिक्षा मंत्री का पुतला दहन किए जाने के बाद शहर कांग्रेस कमेटी की तरफ से भी विश्वविद्यालय की ग्रेड में गिरावट पर उच्चशिक्षा मंत्री की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया ने कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश का दूसरा सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। इसकी अध्यापन शैली और इसकी प्रतिष्ठा के कारण यहां से निकले विद्यार्थियों को ना केवल अच्छी नौकरी मिल रही है बल्कि वे स्वरोजगार की ओर भी अपना भविष्य सुधार रहे है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस वर्ष नैक से विश्वविद्यालय की ग्रेड कम होना विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, इस मामले में एनएसयूआई ही नहीं, बल्कि एबीवीपी भी निंदा कर रही है।
भदौरिया ने कहा कि जिस विश्वविद्यालय से प्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री स्वयं शिक्षित हुए है, वे प्रदेश ही नहीं अपने शहर के विश्वविद्यालय को भी नहीं संवार पाए। पिछली बार विश्वविद्यालय की नैक में ए ग्रेड थी जो अब गिरकर बी प्लस-प्लस हो गई है। यह विश्वव्यिालय की नकारात्मक कार्यशैली का प्रमाण है। छात्र संगठन इसको लेकर विरोध कर रहे है। जिसमें प्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री की भी साख धूमिल हो रही है। इस मामले में उन्हें स्वयं जवाब देना चाहिए ना कि पार्टी स्तर पर बयानबाजी करना चाहिए और ना ही विश्वविद्यालय का इस्तेमाल करना चाहिए। भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ को जरा भी बर्दाश्त नहीं करेगी क्योंकि पूर्व से ही प्रदेशभर में बेरोजगारी का आलम चरम स्तर पर है।