महापौर ने कलेक्टर से मिलकर की पेशकश, अगस्त से होने की संभावना
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैनवासियों को महापौर मुकेश टटवाल की पहल पर एक और सुविधा मिलने वाली है। शहरवासी अब सप्ताह में एक दिन विशेष रूप से नि:शुल्क भस्मारती दर्शन का लाभ ले सकेंगे। यह व्यवस्था अगस्त से प्रारंभ हो सकती है।
महापौर ने मंदिर समिति अध्यक्ष कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम से मिल कर उज्जैनवासियों से अलग भस्मारती प्रवेश की पहल की है। इस मौके पर उन्होंने शहरवासियों के पृथक दर्शन व्यवस्था पर पर विचार विमर्श किया। महापौर ने कलेक्टर से कहा कि महाकाल मंदिर में उज्जैन वासियों के लिए दर्शन के लिए उज्जैन द्वार के माध्यम से दर्शन व्यवस्था शीघ्र प्रारंभ की जाएं साथ ही सप्ताह में एक दिन उज्जैन वासियों को भस्म आरती में शामिल होने के लिए नि:शुल्क प्रवेश दिया जाए।
कलेक्टर ने बताया कि अगस्त से मंदिर में दर्शन व्यवस्था को और अधिक सुव्यस्थित करने का प्रयास है। देश के अन्य धार्मिक स्थलों से बेहतर व्यवस्था के साथ श्रृद्धालु बाबा महाकाल का दर्शन लाभ प्राप्त कर सकेगे। उन्होंने उज्जैन वासियों के लिए अलग से दर्शन व्यवस्था उज्जैन द्वार के माध्यम से प्रारंभ करने का कहा है। जहां से उज्जैन के रहवासी आधार कार्ड दिखकर बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेगे एवं सप्ताह में एक दिन भस्म आरती दर्शन भी नि:शुल्क रूप से कर सकेगे।
वर्तमान में यह है दर्शन व्यवस्था
वर्तमान में श्री महाकालेश्वर मंदिर में शीघ्र दर्शन व्यवस्था सशुल्क है जिसके तहत स्पर्श दर्शन या जलाभिषेक दर्शन के 750 रुपए और शीघ्रदर्शन के 250 रुपए की रसीद बनती है। सामान्य दर्शन व्यवस्था नि:शुल्क है। साथ ही शनिवार, रविवार एवं सोमवार को छोड़ के सप्ताह के अन्य चार दिनों में दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक गर्भगृह में आम दर्शनार्थी बाबा महाकाल के दर्शन कर सकते हैं।
ऑनलाइन भस्म आरती दर्शन शुल्क 200 रुपये है जबकि प्रतिदिन 400 दर्शनार्थियों को नि:शुल्क भस्म आरती दर्शन भी करवाए जाते है। इन्हें काउंटर से फॉर्म लेकर जमा करना होता है।