उज्जैन, अग्निपथ। जिले के उन्हेल में मावा, घी, क्रीम आदि सबकुछ मिलावटी बनाकर बेचा जा रहा था। 9 मई को उन्हेल में नकली मावे की फैक्ट्री से लिये गए सैंपल फेल हो गए हैं। मावा के कुल 5 नमूने अवमानक स्तर के पाये गये। दूध का 01 नमूना अवमानक स्तर, वनस्पति के 02 नमूने अपद्रव्य एवं वनस्पति का 01 नमूना अवमानक एवं अपद्रव्य स्तर का एवं क्रीम एवं घी के नमूने भी अवमानक स्तर के पाये गये। केवल दूध का एक सेम्पल पास हुआ है।
मावा भट्टी कारखाना खजुरियाखाल के पते पर माँ भवानी डेयरी फर्म एवं माँ भवानी रामबाबू के नाम से एक ही पते पर 2 खाद्य पंजीयन पाये गये। खाद्य पंजीयन प्राधिकारी के द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 एवं विनियम 2011 के प्रावधानों का उल्लंघन होने से दोनों फार्मों के खाद्य पंजीयन तत्काल प्रभाव से निरस्त किये गये एवं दोनों फर्मों के द्वारा कोई खाद्य संबंधी समस्त गतिविधियाँ बंद करने हेतु सूचना पत्र जारी किया गया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीडी शर्मा ने बताया कि 9 मई को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के आदेश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल ने रात्रि 11.30 बजे खजुरिया खाल पगारिया स्टेण्ड, उन्हेल स्थित माँ भवानी डेयरी फार्म पर छापामार कार्यवाही की गई एवं कुल 12 नमूने लिये थे। जिनमें 05 नमूने मावा के, 03 नमूने वनस्पति के, 02 नमूने दूध के, 01 नमूना क्रीम एवं 01 नमूना घी का था। इन नमूनों को जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया था। जिनकी रिपोर्ट राज्य खाद्य प्रयोगशाला से प्राप्त हुई है।