सिंहस्थ के लिए मास्टर प्लान में जमीन आरक्षित करने पर अखाड़ा परिषद ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
उज्जैन, अग्निपथ। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मास्टर प्लान में सिंहस्थ कुंभ मेले के उपयोग की भूमि को आरक्षित करने के निर्णय का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं समस्त साधु समाज, सभी अखाड़ों ने स्वागत किया है तथा मुख्यमंत्री के प्रति कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित किया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि बाईपास की 148.64 हेक्टेयर भूमि कुंभ मेले के लिए आरक्षित कर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि मुख्यमंत्री सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व कुंभ मेला, साधु संतों और अखाड़ों के प्रति कितने संवेदनशील हैं। कुछ माह पूर्व मास्टर प्लान में छेड़छाड़ कर कुछ तथाकथित कॉलोनाइजरो ने सिंहस्थ मेले की कृषि भूमियों को आवासीय करने का षड्यंत्र रचा था, इस पर तत्कालीन अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ब्रह्मलीन श्रीमहंत नरेंद्र गिरी जी महाराज द्वारा कड़ी आपत्ति उस समय दर्ज करवाई गई थी।
उसके बाद अखाड़ा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज और महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने मुख्यमंत्री सहित प्रमुख सचिव नगरीय तथा ग्राम निवेश विभाग को पत्र भेजकर सिहस्थ मेला क्षेत्र से जो छेडख़ानी की जा रही है उस पर आपत्ति दर्ज की थी। अखाड़ा परिषद के स्थानीय प्रबंधक श्रीमहंत रामेश्वर गिरी महाराज द्वारा भोपाल में स्वयं उपस्थित होकर आपत्तियां दर्ज कराई गई थी।
पिछले दिनों जब मास्टर प्लान लागू हुआ और उसमें मेले के लिए आरक्षित जमीनों को आवासीय करने की जानकारी लगी तो पुन: अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरीजी महाराज ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दूरभाष पर चर्चा की। सरकार ने तमाम विचारों के बाद आखिरकार बाईपास की 148.64 हेक्टयर भूमि को सिहस्थ के लिए आरक्षित किया गया। परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री हरी गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
आपत्ति दर्ज करवाएगा अखाड़ा परिषद
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि उन्हें जानकारी लगी है कि सिहस्थ बाईपास की 148.64 हेक्टेयर के अलावा जीवन खेड़ी और दाऊद खेड़ी में भी काफी संख्या में खुली भूमि है, जो आने वाले कुंभ मेले 2028 के लिए सैटलाइट टाउन, पार्किंग एवं अन्य जन उपयोगी सुविधाओं के लिए उपयोग में आ सकती है, ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि जीवन खेड़ी और दाऊद खेड़ी की कृषि भूमियों को भी इसके लिए आरक्षित कर यहां कॉलोनी काटने से रोका जाए।