24 घंटे की चेतावनी देकर नगर निगम की टीम वापस लौटी
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में महाकाल मंदिर की ओर जाने वाले प्रमुख मार्ग तोपखाना में खुलेआम मांसाहार का विक्रय चल रहा है। 8 जुलाई को नगर निगम की टीम ने इस पर अंकुश लगाने का प्रयास किया तो व्यवसायी विवाद पर उतर आये। इस दौरान कुछ पार्षद और दुकानदारों ने निगम की टीम का विरोध कर कार्यवाही को रोक दिया। इस दौरान काफी गहमा गहमी का माहौल बन गया। निगम की टीम ने मांसाहार की दुकान चलाने वालो को 24 घंटे का समय दिया है।
निगम के अधिकारियो ने बताया कि सावन माह का समय चल रहा है। रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर जाने का प्रमुख मार्ग होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु तोपखाना होते हुए महाकाल मंदिर पहुंचते है।खुले में लटका मटन-चिकन देखकर भक्तों की भावना आहत होती है। निगम की टीम ने सभी दुकानदारों को चार दिन पहले अपनी अपनी दुकानों पर मांस को बाहर दिखने पर रोक लगाने के लिए कहा था। साथ ही सभी को हिदायत भी दी थी कि कोई भी दुकानदार नॉनवेज दुकानों को खुले आम नहीं चलाएगा।
इसके बाद भी कई दुकानदार चिकन मटन को बाहर की और खुले में रख रहे थे। शनिवार 8 जुलाई को नगर निगम की टीम तोपखाना क्षेत्र में मांसाहार की दुकानों पर कार्यवाही करने के लिए पहुंची। टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। निगम की टीम की कार्यवाही रोकने के लिए पार्षद इमरान और फिरोज पठान सहित कई दुकानदार सामने आ गए और विरोध किया।
दुकानदारों का विरोध देखते हुए निगम की टीम ने सभी दुकानदारों को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है। निगम की टीम ने कहा की दुकान को कपड़े से कवर कर मांस को बाहर नहीं रखे। अगर रखा तो कार्यवाही होगी।