खाचरौद, अग्निपथ। प्रदेश के नए प्रस्तावित जिले में शामिल किए जाने को लेकर खाचरौद तहसील में विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। इसको लेकर खाचरौद अधिकार मंच ने 3 अगस्त को नगर बंद का ऐलान किया है। इस बीच विधायक गुर्जर ने बुधवार को मीडिया के सामने सफाई देते हुए खाचरौद के समानांतर विकास का दावा नगरवासियों से किया है।
दरअसल, नागदा जिले के गठन को लेकर 28 जुलाई को जारी हुए गजट नोटिफिकेशन को लेकर खाचरौद में जमकर विरोध हो रहा है। ज्ञातव्य है कि 20 जुलाई को मुख्यमंत्री के नागदा दौरे में नागदा जिले के गठन की घोषणा की थी। जिसमें मुख्यमंत्री ने बयान में कहा था कि जो तहसील स्वेच्छा से नागदा जिले में शामिल होगी उसे ही नए जिले में शामिल किया जाएगा।
इस बीच मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद से ही खाचरौद तहसील में खाचरौद अधिकार मंच द्वारा खाचरौद को जिला बनाने अथवा उज्जैन जिले में ही रहने देने के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया। जिसमें 10 हजार से अधिक नागरिकों ने अपना समर्थन खाचरौद को जिला बनाने के लिए दिया था।
इसके बावजूत हाल में जब नागदा जिले के गठन के लिए भौगोलिक सीमा तय करने के प्रारूप का प्रकाशन हुआ तो खाचरौद तहसील को प्रस्तावित नागदा जिले में शामिल बताया गया। इसके बाद खाचरौद अधिकार मंच ने इसका विरोध करते हुए खाचरौद नगर को बंद करने का आह्वान किया।
जनता को भ्रमित कर रहे कतिपय लोग: सेठी
वही खाचरौद अधिकार मंच के सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विजय सेठी ने हमारे प्रतिनिधि को बताया कि कुछ लोग द्वारा जनता को यह कह कर भ्रमित किया जा रहा है कि खाचरौद अधिकार मंच ने जो मांग की थी उसमें 50 प्रतिशत कार्यालय खाचरौद में स्थापित करने की मांग ही बची है। सेठी ने स्पष्ट कहा है कि हमारी शुरू से ही दो मांगी थी या तो खाचरौद को जिला मुख्यालय बनाए या उज्जैन जिले में हमारे तहसील रहने दें।
साथ ही उन्होंने स्पष्ट कहा कि भू राजस्व संहिता की धारा 13 में ऐसा कोई भी कानूनी प्रावधान नहीं है कि किसी अन्य तहसील में 50 प्रतिशत कार्यालय खोले जा सकते हों। जो लोग ऐसा बोल रहे हैं उन्हें कानूनी प्रावधान का अध्ययन कर प्रमाणिकता के साथ कुछ कहना चाहिए। बहरहाल नागदा जिले गठन को लेकर खाचरौद अधिकार मंच गुरुवार को नगर बंद का आह्वान कर अपना विरोध प्रकट कर रहा है। जिससे क्षेत्र की राजनीतिक माहौल में गर्माहट पैदा हो गई है।
नागदा जिला बनने पर खाचरौद का भी करेंगे समानांतर विकास: विधायक
इस मामले में बुधवार को विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने मीडिया से चर्चा कर नागदा को जिला बनाने की वकालात की। इस दौरान उन्होंने खाचरौद को दी गई सौगातों की याद दिलाते हुए वादा किया की नागदा जिला बनने पर खाचरौद का भी समानानंतर विकास किया जाएगा।
विधायक गुर्जर ने बताया कि वर्ष 2008 से नागदा को जिला बनाने का प्रयास कर रहा हूं। मेरे द्वारा तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से 2012 में तत्कालीन राजस्व मंत्री ने नागदा को जिला बनाने के लिए परीक्षण कराने की घोषणा की थी। नागदा जिला बनता है तो राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से फायदा तो मिलेगा ही। जिले के लिए केंद्र व राज्य सरकार से विशेष निधि आवंटित होती है।
इसका उपयोग खाचरौद सहित अन्य क्षेत्र के लिए प्राथमिकता से किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने खाचरौद को कभी भी सुविधा से वंचित नहीं किया है और नागदा जिला गठन के पश्चात खाचरौद का भी समांतर विकास किया जाएगा कांग्रेस पार्टी सदैव समांतर विकास की सदैव पक्षधर रही है।
गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल और उनके विधायक कार्यकाल के दौरान खाचरौद तहसील में अतिरिक्त अपर जिला सत्र न्यायालय की स्थापना, बुरानाबाद में 25 करोड़ की लागत से जवाहर नवोदय विद्यालय, खाचरौद में आईटीआई, मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल, सीएम राइज स्कूल की स्वीकृति, खाचरौद नगर के लिए 23 करोड़ की नल जल आवर्धन योजना, 3.5 करोड़ का कन्या छात्रावास, नागदा खाचरौद सडक़ मार्ग चौड़ीकरण, खाचरौद में नया बस स्टैंड जैसे विकास कार्यों की लंबी फेहरिस्त है।
आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने पर नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए कांग्रेसी प्रतिबद्ध हैं। मीडिया से चर्चा के दौरान पर खाचरौद जनपद अध्यक्ष पृथ्वीराजसिंह पवार, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनोखीलाल सोलंकी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष फिरोज मंसूरी, जितेन पांचाल आदि मौजूद थे।