ग्रामीणों का आरोप चुनाव के लिए रुपए बांटे जाने थे, प्रशासन कर रहा जाँच
धार, अग्निपथ। निर्वाचन कार्य से जुुड़ी टीमों की सख्त निगरानी के बावजूद शराब वितरण और नोट देकर वोट खरीदने के मामले सामने आ रहे है। शराब वितरण के मामले में भाजपा-कांग्रेस दोनों से जुड़े लोग धराए हैं। वहीं बुधवार को उमरबन ब्लॉक में नोट देकर वोट खरीदने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
यह विडियो उमरबन ब्लॉक का बताया जा रहा है। जिसमें ग्रामीण युवाओं द्वारा एक वाहन को पकड़ा गया है। इस वाहन में नोट भरे लिफाफे थे। वाहन में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष जयसूर्या सवार थे। ग्रामीणों का आरोप है कि यह लोग भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए एक-एक वोट के लिए नोट बांट रहे थे। हंगामे की सूचना के बाद निर्वाचन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है। वाहन की पिछली सीट से नोट के लिफाफे बरामद किए गए है। इस मामले में अब जिला प्रशासन द्वारा जाँच की जा रही है, जिसके बाद वैधानिक कार्रवाही की जाएगी।
500-500 के नोट बरामद
प्राप्त जानकारी के अनुसार कालीबावड़ी क्षेत्र के प्रतापपुर दाभ्या में वाहन में रूपए लेकर मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए पैसा बांटने की सूचना पर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे थे। हालांकि रुपयों से भरे लिफाफे गाड़ी के अंदर मिले हैं। निर्वाचन टीम को सूचना दी। इस दौरान वाहन से 500-500 रुपए के नोट जिनकी कीमत करीब 88 हजार रुपए हैं, बरामद हुुए है। 44 लिफाफों में 2 हजार प्रति लिफाफे में थे। वाहन की जांच कर विडियोग्राफी करवाई गई है और पंचनामा बनाया गया है। वाहन को जयसूर्या चला रहे थे। सेक्टर मजिस्ट्रेट आलौक चौबे वाहन सवार जयसूर्या से पूछताछ कर रहे है।
कन्नौज है भाजपा के प्रत्याशी
मनावर विधानसभा से कांग्रेस के विधायक और जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा चुनाव लड़ रहे है। यहां पर भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य शिवराम कन्नौज को उम्मीदवार बनाया है। इस क्षेत्र में भाजपा के लिए जीत दर्ज करना जरूरी हो गया है। दरअसल विधानसभा में भाजपा की कद्दावर नेता पूर्व मंत्री रंजना बघेल का टिकिट काटकर नए युवा चेहरे शिवराम पर भाजपा ने विश्वास जताया है। पूर्व मंत्री नाराज है। निर्दलीय नामांकन जमा करने के बाद संगठन की समझाईश पर अपना फार्म वापस ले चुकी है। इसके बावजूद उनके समर्थकों में अभी भी नाराजगी देखी जा रही है।
24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण
प्रचार थमने के बाद मतदान के लिए 24 घंटे का समय इसलिए रिक्त रखा जाता है कि राजनैतिक दल सहित निर्वाचन से जुड़े अमले अपनी सभी व्यवस्थाओं को पुख्ता कर लें, किंतु इसका दुरूपयोग अधिक होने लगा है। यह 24 घंटे वोटों के प्रबंधन में लगाए जाते है। जिसमें प्रलोभन देकर वोट को अपने पक्ष में करने का काम किया जाता है। इसका ताजा उदाहरण युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष जय सूर्या के नोटों के साथ धराने का है।