बिजली ठेकेदार से कनेक्शन देने के नाम पर मांगे थे रुपये
उज्जैन, अग्निपथ। कनेक्शन देने के नाम बिजली ठेकेदार से रिश्वत की मांगने वाला एमपीईबी का सहायक यंत्री मंगलवार शाम लोकायुक्त की गिरफ्त में आया गया। उसके पास से रिश्वत के 12 हजार रूपये जब्त किये गये है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण का प्रकरण दर्ज किया गया है।
लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि तीन दिन पहले बिजली विभाग में ठेकेदारी करने वाले राधेश्याम सिसौदिया ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नई सडक़ एमपीईबी झोन में पदस्थ सहायक यंत्री मणिशंकर मणी कनेक्शन देने के नाम पर 12 हजार की रिश्वत मांग रहा था। शिकायत की पुष्टि करने के बाद सहायक यंत्री को पकडऩे के लिये योजना बनाई गई।
शाम 7 बजे सहायक यंत्री ने ठेकेदार राधेश्याम को रिश्वत लेकर इंदौरगेट पूर्णानंद गणेश मंदिर के पास बुलाया। जहां लोकायुक्त टीम भी पहुंच गई थी। मणिशंकर ने जैसे ही रिश्वत के 12 हजार रुपये लिये और अपनी जेब में रखे लोकायुक्त टीम ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया। जिसे देवासगेट थाने लाया गया, जहां रिश्वत के 12 हजार रूपये बरामद कर सहायक यंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर जमानत पर रिहा किया।
होटल में कनेक्शन का दिया था आवेदन
रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराने वाले राधेश्याम सिसौदिया ने बताया कि वह कई सालों से बिजली विभाग में ठेकेदारी का काम कर रहा है। इंदौरगेट क्षेत्र के आनंदगंज की झिरी में बनी तृप्ति गुप्ता की होटल में कनेक्शन के लिये उसने आवेदन दिया था। लेकिन सहायक यंत्री लोड़ अधिक होने का हवाला देकर 12 हजार मांग रहा था। जबकि व्यवसायिक कनेक्शन चार्ज 35 हजार रूपये लगता है। बिजली ठेकेदार का आरोप था कि मणिशंकर पूर्व में भी कई ठेकेदारों से रिश्वत ले चुका है।