उज्जैन, अग्निपथ। पत्नी को मायके छोडऩे के बाद देर रात पति वापस लौट रहा था। रास्ते में तेजगति से दौड़ते डंपर ने कुचल दिया। दुर्घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। चालक डंपर छोडक़र भाग निकला था।
नागदा का रहने वाला अर्जुन पिता बनेसिंह कछावा (38) बुधवार शाम को पत्नी को मायके घौंसला छोडऩे आया था। जहां से वापस देर रात नागदा जाने के लिये बाईक से निकला। राघवी के समीप उसे तेजगति से आये डंपर ने कुचल दिया। दुर्घटना की जानकारी लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची। चालक डंपर छोडक़र भाग निकला था। मृतक का शव जिला अस्पताल पहुंचाया गया। मृतक के पास मिले मोबाइल और दस्तावेजों से उसकी पहचान की गई। परिजन रात में जिला अस्पताल पहुंच गये थे।
गुरूवार सुबह परिजनों ने बताया कि अर्जुन मजदूरी करता था, उसके 2 बच्चे हैं। ससुराल में कार्यक्रम था, जिसके चलते पत्नी को छोडऩे घौंसला के पास ग्राम रलायती गया था। विदित हो कि आगररोड पर दिन-रात डंपर दौड़ते रहते है। पूर्व में भी कई दुर्घटना होना सामने आ चुकी है। प्रशासन कुछ दिन कार्रवाई करता है उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है, जिसके चलते आगररोड पर डंपरों से होने वाली दुर्घटनाएं लगातार सामने आ रही है।
जहर खाने वाले पंडित की मौत
इंदिरानगर आगररोड पर किराये के मकान में रहने वाला राजेन्द्र पिता शंकरलाल ठक्कर (44) पंडिताई का काम करता था। 2 दिन पहले कर्ज के चलते उसने जहर खा लिया था। परिजनों ने उपचार के लिये निजी अस्पताल में भर्ती किया था। बीती रात राजेन्द्र की मौत हो गई। चिमनगंज पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया है। परिजनों का कहना था कि कर्ज के चलते कुछ दिनों से तनाव में चल रहे थे। पुलिस के अनुसार परिजनों बयान दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी।