फर्जी दस्तावजों से 26.44 लाख की बीमा राशि हड़पने वाले गिरफ्तार

भाई ने रचा था षड्यंत्र, महिला और साथी के साथ रिमांड पर

उज्जैन, अग्निपथ। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मृतक बीमा राशि हड़पने वाली शातिर महिला और उसके साथी पुरूष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। धोखाधड़ी का मास्टर माइंट मृतक का भाई होना सामने आया है। जिसने महिला और उसके साथी के माध्यम से पूरा षडय़ंत्र रचा था। तीनों से रिमांड पर पूछताछ की जा रही है।

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि शाजापुर के ग्राम सुनेरा की रहने वाली टीना उदासी ने कुछ दिन पहले माधवनगर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पति की एचडीएफसी बैंक शाखा फ्रीगंज में लाईफ इंश्योरेंश पॉलिसी थी। पति की मौत के बाद फर्जी दस्तावेजों के आधार पर देवास की रहने वाली पूजा पति अनिल चौहान और उसके साथी धर्मेन्द्र पिता कमलसिंह सिसौदिया ने 26.44 लाख की राशि का चैक प्राप्त कर लिया है। दोनों ने देवास में खाता खुलवाने के बाद रूपये भी निकाल लिये है।

मामले में पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की और पूजा चौहान के साथ धर्मेन्द्र को हिरासत में लिया गया। दोनों से पूछताछ के बाद सामने आया कि बीमा राशि हड़पने की साजिश मृतक रोहित उदासी के भाई विनोद उदासी ने रची थी। उसने ही भाई की पत्नी के दस्तावेज उपलब्ध कराये थे।

एसपी के अनुसार मृतक के भाई विनोद उदासी को गिरफ्तार कर तीनों को न्यायालय में पेश किया गया है। जहां से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। उनकी निशानदेही पर 10 लाख 50 हजार रूपये, चैक बुक और दस्तावेज बरामद किये है। खाते में आई 6.64 लाख की राशि होल्ड कराई गई है।

मृतक की पत्नी के आधार कार्ड पर लगाया था फोटो

मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच के दौरान पाया था कि रोहित उदासी की बीमारी के चलते 9 माह पहले मौत हो गई थी। भाई विनोद ने पैसा कमाने के उद्देश्य से रोहित की मौत के बाद साजिश रचते हुए पूजा और धर्मेन्द्र के साथ मिलकर रोहित के नाम से बीमा पॉलिसी करा ली। तीनों ने मृतक की पत्नी टीना से कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिये और आधार, पेन कार्ड ले लिया था। दोनों कार्ड पर पूजा ने टीना की जगह अपना फोटो लगा लिया था और पॉलिसी की नॉमिनी बन गई थी।

कुछ माह बाद रोहित की मौत होना बताया गया और बीमा पॉलिसी क्लेम के लिये भोपाल लोकपाल में आवेदन दिया। जहां से बैंक को पॉलिसी की राशि देने के निर्देश दिये गये। 26.44 लाख का चैक मिलने के बाद पूजा ने देवास में खाता खुलवा लिया, लेकिन साजिश रचने वाले मृतक के भाई विनोद को हिस्सा नहीं दिया। जिसके चलते पूरे मामले का भंडाभोड़ हो गया।

खाते से निकाले 19 लाख से अधिक

पुलिस के अनुसार पूजा और उसके साथी ने बीमा राशि का चैक प्राप्त करने के बाद देवास की निजी बैंक में एक खाता फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खुलवा लिया था। जिसमें चैक जमा करने के बाद 19 लाख से अधिक की राशि निकाल ली थी। शेष राशि खाते में ही थी। एसपी के अनुसार जिस तरह से बैंक से बीमा राशि हड़पने का खुलासा हुआ है, उसे देखते हुए एचडीएफसी बैंक से जारी हुई अन्य बीमा पॉलिसी के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

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