नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर गिरावट के साथ भारत में सोने और चांदी की वायदा कीमतें भी गिर गईं। इसके साथ ही चार दिनों से जारी तेजी पर आज विराम लगा है। एमसीएक्स पर सोने की वायदा कीमत आज 0.32 फीसदी गिरकर 47,857 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि चांदी वायदा एक फीसदी घटकर 68,275 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
वैश्विक बाजारों में इतनी कम हुई कीमत
वैश्विक बाजारों में, सोने की कीमत में 0.2 फीसदी की गिरावट आई और यह 1,838.41 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। अमेरिकी उपभोक्ता कीमतें जनवरी में मामूली रूप से बढ़ीं। सोने को महंगाई के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है। बुधवार को 10 साल की ट्रेजरी यील्ड 1.12 फीसदी तक गिर गई। अन्य कीमती धातुओं में हाजिर चांदी 0.4 फीसदी गिरकर 26.89 डॉलर और पैलेडियम 0.2 फीसदी की गिरावट के साथ 2,351.24 डॉलर पर पहुंच गई।
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने बुधवार को एक बयान में कहा कि अमेरिकी नौकरी बाजार पूरी तरह से ठीक होने से काफी दूर है और इसे अधिकतम रोजगार प्राप्त करने और बनाए रखने के लिए सहायक मौद्रिक नीति से अधिक की आवश्यकता होगी।
कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है ईटीएफ का प्रवाह
दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स बुधवार को 0.15 फीसदी गिरकर 1,146.60 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं और उसके दाम में आने वाली घट-बढ़ पर ही इसका दाम भी घटता बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।
जनवरी में गोल्ड ईटीएफ में 45 फीसदी बढ़ा निवेश
भारत में, जनवरी में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में 625 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जो इससे पिछले महीने के मुकाबले 45 फीसदी ज्यादा था। निवेशकों को उम्मीद है कि आगे जाकर सोने का बाजार अच्छा रहेगा। साझा कोष कंपनीयों के संघ एएमएफआई के आंकड़ों के मुताबिक स्वर्ण ईटीएफ में निवेश दिसंबर के अंत में 14,174 करोड़ रुपये के मुकाबले जनवरी के अंत में 22 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 14,481 करोड़ रुपये हो गया। नवंबर 2020 में इस तरह की योजनाओं से 141 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी। दिसंबर में इसे 431 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश देखने को मिला। मॉर्निंगस्टार इंडिया के सहायक निदेशक- शोध मैनेजर, हिमांशु श्रीवास्तव, ने कहा कि सोने की कीमतें पिछले साल अगस्त में हुए गए सर्वकालिक उच्च स्तर से नीचे आ गई हैं। जनवरी के महीने में भी इसकी कीमतों में काफी गिरावट आई है।