मंदिर में लगी दान पेटी से 10 लाख से अधिक नकदी मिले
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन स्थित मंगलनाथ में ग्रीष्म अवकाश के चलते बड़ी संख्यात में श्रद्धालु भगवान मंगलनाथ के दर्शन करने व भात पूजा कराने आ रहे हैं। पूजन के लिए शासकीय रसीद कटवाना अनिवार्य है। ऐसे में मई महीने के दौरान मंदिर में शासकीय रसीद के माध्यम से 41 लाख से 73 हजार से अधिक की इनकम हुई है। वहीं, दान पेटी से मई महीने में 10 लाख 13 हजार से अधिक रुपए मिले हैं।
ग्रीष्म अवकाश शुरू होने के बाद से मंदिर में रोजाना श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। अवकाश के दिनों व मंगलवार को श्रद्धालु यहां लोग मंगल दोष, भात पूजन, कालसर्प दोष, श्रापित दोष, अंगारक दोष, कुम्भ विवाह, अर्क विवाह सहित अन्य पूजन व ग्रह दोष की पूजा कराने पहुंचते हैं। मंदिर के प्रशासक कृष्ण कुमार पाठक ने बताया कि मई महीने में भात पूजन व अन्य पूजन करने वालों की भीड़ ज्यादा रही। श्रद्धालुओं द्वारा पूजन कराने के लिए मंदिर समिति के माध्यम से शासकीय रसीद काटवाई जाती है।
इन रसीदों से एक महीने में प्राप्त शुल्क से समिति को 41लाख 73 हजार 928 रूपए की इनकम हुई है। एसडीएम लक्ष्मीनारायण गर्ग के निर्देशन में मंदिर में लगी दान पेटी में प्राप्त राशि की गणना 31 मई को की गई। पेटी में 10 लाख 13 हजार 820 रुपए मिले हैं।
21 हजार रुपए का चेक दिया
रविवार को भी बड़ी संख्या में भक्त मंगलनाथ मंदिर में दर्शन को पहुंचे थे। वहीं, इंदौर निवासी कर्ण एवं ऐश्वर्या महाडिक़ द्वारा श्री मंगलनाथ मंदिर प्रबंध समिति को रुपए 21000 रूपए का दान राशि का चेक भेंट किया गया। इस अवसर पर मंदिर प्रशासक केके पाठक द्वारा दानदाता को अंग वस्त्र व प्रसाद भेंटकर सम्मान किया गया। इस दौरान मंगलनाथ मंदिर के पुजारी महंत निरंजन भारती ने मंत्रोपचार के साथ आशीर्वाद प्रदान किया।