स्थानीय उद्योगों में आने वाले भारी वाहनों से सडक़ क्षतिग्रस्त
नागदा, अग्निपथ। गांव अजीमबाद पारदी में रामनगर से पारदी गेट तक स्थानीय उद्योगों में आने वाले वाहनों के कारण बड़े बड़े गड्डे हो गए, जिसको लेकर बुधवार को गांव की महिलाओं ने पानी से भरे गड्ढे में खड़े होकर प्रदर्शन किया।
केमिकल डिवीजन, लैंक्सेस, आरसीएल, गोयल गैस एवं स्वास्तिक ड्रम फैक्ट्री सहित अन्य उद्योगों में 35 से 40 टन के भारी वाहन आ रहे है जिससे गांव अजीमाबाद के रामनगर से पारदी गेट तक की सडक़ गड्डे में तब्दील हो गई। ग्रामीणों ने सडक़ के गड्ढे भरने के लिए लिखित कार्यवाही लेकिन परिणाम शून्य रहा। जनपद पंचायत सदस्य माया मनोहर बोड़ाना के नेतृत्व में बुधवार को ग्रामीण महिलाओं ने पानी के गड्ढे में खड़े होकर प्रदर्शन किया।
महिलाओं का कहना था कि रिंगरोड़ से उद्योग में जाने वाले वाहनों के कारण सडक़ में दो से ढाई फीट तक के गड्डे हो गए जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ ग्रामीणों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मनोहर ने बताया कि गांव अजीमाबाद पारदी से पिली मिट्टी खोदकर कंपनी द्वारा तालाब का निर्माण किया, तालाब के लिए डम्फरों के माध्यम से मिट्टी केमिकल डिवीजन उद्योग में लाई गई जिससे सडक़ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
मप्र शासन के नियमानुसार प्रधानमंत्री सडक़ से 9 से 12 टन की क्षमता वाले वाहन ही निकल सकते है लेकिन वर्तमान में 35 से 40 टन तक के भारी वाहन निकल रहे है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। पूर्व सरपंच रणछोड़लाल आंजना ने बताया कि स्कूली जाने वाले बच्चे आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे है जिससे अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है। प्रदर्शन के दौरान रामसिंह बोड़ाना, आजादसिंह, नागूलाल, प्रकाश, जीवनसिंह, मेहरबानसिंह, सुरेश चौधरी, मुन्ना जोशी, विजयसिंह, मोहनलाल सहित ग्रामीण महिलाएं मौजूद रही।
ग्रामीण महिलाओं ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
गड्डे में सडक़ या सडक़ में गड्डा कुछ ऐसी स्थिति बनी हुई गांव अजीमाबाद पारदी से नागदा आने वाले सडक़ की। बुधवार को ग्रामीणें महिलाएं ट्रेक्टर ट्राली में सवार होकर एसडीएक आफिस पहुंची और तहसीलदार को ज्ञापन दिया। दस दिन में सडक़ दुरुस्त नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
गांव अजीमाबाद पारदी से नागदा आना है तो पहले आपको दो से ढाई फीट के गहरे गड्डों से होकर गुजरना होगा, इसके बाद भी यदि आप सुरक्षित निकल जाते है तो गनीमत, कुछ इसी तरह के भाव लेकर बुधवार को ग्रामीण जनपद सदस्य माया मनोहर बोड़ाना के नेतृत्व में महिलाएं एसडीएम का आफिस पहुंची। साहब हमको नारेबाजी करना नहीं आती और ना ही विरोध प्रदर्शन करना, हमारी तो सीधी दो टूक है यदि दस दिन में स्थानीय उद्योगों ने सडक़ दुरुस्त नहीं की तो केमिकल डिवीजन, लैंक्सेस, आरसीएल, स्वातिस्क ड्रम फैक्ट्री आदि उद्योगों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
एसडीएम सत्यनारायण सोनी को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार मुकेश सोनी को सौंपा। ज्ञापन का वाचन मनोहर बोड़ाना ने किया। इस दौरान रामसिंह बोड़ाना, आजादसिंह, नागूलाल, प्रकाश, जीवनसिंह, मेहरबानसिंह, सुरेश चौधरी, मुन्ना जोशी, विजयसिंह, मोहनलाल सहित ग्रामीण महिलाएं मौजूद रही।