उज्जैन के निजी अस्पताल में 70 हजार जमा करने के बाद भी उपचार नहीं..इंदौर ले जाने में हो गई मौत
उज्जैन, अग्निपथ। इंदौर रोड फोरलेन पर पंथपिपलाई के पास रविवार शाम एक कार चालक ने बाइक सवार नव दंपत्ति को पीछे से टक्कर मार दी। कार के पहिए में दबने से 6 महीने के मासूम बच्चे की मौत हो। जबकि उसकी मां गंभीर घायल है। जिन्हें इंदौर रैफर किया गया है।पुलिस ने मर्ग कायम कर 6 माह के शिशु के शव का पोस्टमार्टम कराया।
पुलिस ने बताया ग्राम पंचायत टोंकखुर्द के ग्राम दोंता जागीर में रहने वाले अरुण पिता कालूराम केवट अपनी पत्नी पायल और 6 माह के बेटे दक्ष को लेकर इंदौर के गोम्मटगिरी में अपने ससुराल में मिलने गए थे। सोमवार शाम वे वापस बाइक से अपने घर लौट रहे थे। इंदौर रोड़ फोरलेन पर पंथपिपलई के पास कार (एमपी 09 AH 0659) के चालक ने तेज गति और लापरवाही से पीछे से टक्कर मार दी।
टक्कर लगने से बाइक सवार अरुण आगे की तरफ जाकर गिरा जबकि उसकी पत्नी पायल और 6 महीने का बेटा दक्षराज कार के नीचे आ गए। पहिए में दबने से मासूम बच्चा और उसकी मां गंभीर घायल हो गए।अरुण को ज्यादा चोट नहीं लगी। उसी कार का चालक उन्हें बैठाकर अस्पताल तक ले गया। हालांकि अस्पताल लाने के बाद इलाज में सहयोग ना करते हुए आरोपी कार चालक अरुण को धमकाने लगा।
बच्चे को समय पर इलाज नहीं मिला, हो गई मौत
अरुण के पिता कालूराम ने बताया एक्सीडेंट के बाद अरुण ने ही उन्हें फोन कर घटना बताई। खबर मिलने पर वे परिवार के अन्य लोगों को लेकर इंदौर रोड स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। यहां मासूम दक्षराज खून से लथपथ पड़ा था। परिजनों ने उसका इलाज शुरू करने के लिए बोला तो अस्पताल स्टॉफ ने फीस जमा करने का बोला।
परिजनों ने बताया कि पायल और दक्ष के इलाज के लिए 70 हजार रूपए दिए लेकिन निजी अस्पताल ने दोनों को इंदौर रैफर कर दिया। इलाज की देरी में 6 महीने के मासूम दक्षराज की मौत हो गई। पायल को गंभीर हालत में इंदौर के एमवाय अस्पताल में रैफर किया गया है।
जिला अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर नहीं
जिला अस्पताल माधवनगर में कुछ साल पहले ट्रॉमा सेंटर बनाया गया था। यहां एक्सीडेंट में घायलों को तुरंत उपचार दिया जाता था। हालांकि ट्रॉमा की पूरी टीम कभी तैयार नहीं हो पाई थी। इधर कोरोना के चलते माधवनगर अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर बंद कर दिया गया। जिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में हड्डी वार्ड में ट्रॉमा सेंटर की औपचारिकता पूरी की जाती थी लेकिन चरक में अब भी ट्रामा सेंटर नहीं है।