धार पुलिस में बड़े फेरबदल की तैयारी; सालों से जमे ‘दागी’ कर्मचारियों पर गिरेगी गाज

टीआई से ज्यादा ‘रसूख’ वाले सिपाही भी निशाने पर

धार, अग्निपथ। नियमों के मुताबिक, पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों का हर तीन साल में तबादला होना चाहिए, लेकिन धार जिले में जमीनी हकीकत कुछ और ही है। यहां कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं, जो अपनी नियुक्ति के बाद से आज तक एक ही थाने में पूरी नौकरी बिता चुके हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी हैं जिनका तबादला हुआ भी, तो वे नेताओं की ‘नोटशीट’ या अपने रसूख के दम पर फिर से अपने पुराने, पसंदीदा थाने में अटैचमेंट कराकर जम गए। ये अटैचमेंट भी एक-एक साल से चले आ रहे हैं, और इन कर्मचारियों का थाना छोड़ने का मन आज तक नहीं किया। अब जिले में बड़े स्तर पर तबादलों की तलवार लटक रही है, जिसमें सालों से जमे ऐसे ‘रसूखदार’ कर्मचारी निशाने पर हैं।

थाना प्रभारियों की लिस्ट तैयार: भाजप संगठन की शिकायतें बनी आधार

धार जिले में जल्द ही थाना प्रभारियों का बड़े स्तर पर फेरबदल होने वाला है। इस सूची में वे थाना प्रभारी शामिल होंगे जिनके खिलाफ भाजपा संगठन को शिकायतें मिली हैं। इसके साथ ही, जिनका काम कमजोर है और जो लंबे समय से एक ही थाने पर जमे हुए हैं, उन्हें भी हटाया जाएगा। सूत्रों की मानें तो संगठन ने ऐसी एक सूची प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के लिए भेज दी है। जल्द ही पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना प्रभारियों की एक नई सूची जारी की जाएगी। पुलिस विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों में भी बड़े फेरबदल की तैयारी लगभग अंतिम दौर में है।

एसपी की सख्ती के बावजूद ‘जमे’ कर्मचारियों का बोलबाला!

कहने को तो धार एसपी मनोज कुमार सिंह बड़े सख्त अधिकारी माने जाते हैं, लेकिन उनके कार्यकाल में भी कई थानों में ऐसे कर्मचारी सालों से जमे हुए हैं, जो आज टीआई (थाना प्रभारी) से भी ज्यादा ‘रसूख’ झाड़ते नजर आते हैं। इनमें कई ऐसे पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिन्होंने आरक्षक की नौकरी में रहते हुए भी अकूत संपत्ति अर्जित कर ली है।

कुछ कर्मचारियों की तो नियुक्ति आदेश से लेकर आज तक किसी दूसरे थाने की दहलीज तक नहीं देखी है। इनका बोलबाला आज भी इनके थानों में कायम है, और ऐसा लगता है कि अधिकारी इनके तबादले का आदेश सिर्फ कागजों में ही निकालते हैं, ज़मीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं होती।

102 पुलिसकर्मियों की तबादला सूची जारी, पर कुछ थाने अछूते!

हाल ही में जिलेभर के 102 पुलिसकर्मियों की एक सूची जारी हुई है। जिले में दो दर्जन से अधिक थाने हैं, जिनमें से कुछ ऐसे हैं जहाँ कई पुलिसकर्मियों को बदला गया है। इस सूची में कुछ उपनिरीक्षक, एएसआई, प्रधान आरक्षक और आरक्षकों को भी इधर से उधर किया गया है।

मुख्य रूप से धार, पीथमपुर, धर्मपुरी, धामनोद, बाग, अमझेरा, कुक्षी, बदनावर, टांडा, कानवन, नालछा, यातायात, अजाक आदि थानों के पुलिसकर्मियों के तबादले हुए हैं। ये तबादले ‘स्वच्छ’ प्रशासन सुनिश्चित करने और जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर हुए हैं, क्योंकि कई कर्मचारियों के काम से जनप्रतिनिधि भी संतुष्ट नहीं थे।

यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एसपी मनोज कुमार सिंह अब उन ‘साल-जमे’ कर्मचारियों पर भी सख्ती दिखाते हैं, जिनका रसूख उनके तबादले की राह में रोड़ा बन रहा है, या फिर यह ‘दागी’ वर्ग अपने पुराने ठिकानों पर जमे रहने में कामयाब रहेगा। धार पुलिस विभाग में आने वाले दिनों में और भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।