10 लाख के जेवर बरामद
उज्जैन, अग्निपथ: उज्जैन में प्रशासनिक अधिकारियों के घरों में सेंधमारी करने वाले एक शातिर चोर को माधव नगर पुलिस ने दबोच लिया है। यह चोर कोई मामूली नहीं, बल्कि माधव नगर थाने का रिकॉर्डेड बदमाश है, जिसके खिलाफ पहले से ही 18 गंभीर अपराध दर्ज हैं। गिरफ्तारी के बाद, आरोपी ने 8 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है, और पुलिस ने उसके पास से 10 लाख रुपये के ज़ेवरात और 25 हज़ार रुपये नकद बरामद किए हैं।
सरकारी घरों का ‘मास्टरमाइंड’ मंदसौर से पकड़ाया
प्रेस से चर्चा करते हुए एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि माधव नगर थाना क्षेत्र में पिछले एक साल से लगातार चोरियां हो रही थीं। खास बात यह थी कि ज़्यादातर वारदातें सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों के सूने घरों में हुई थीं। पुलिस की गहन छानबीन के बाद, माधव नगर थाने के हिस्ट्रीशीटर चोर मनोहर सेन को रायसेन ज़िले के मंडीदीप स्थित उसके किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया।
मनोहर मूल रूप से नानाखेड़ा क्षेत्र का रहने वाला है, लेकिन चोरी की वारदातों को अंजाम देने के बाद वह यहां से भागकर मंडीदीप में किराए का मकान लेकर रह रहा था। टीआई राकेश भारती ने अपनी टीम के साथ मिलकर उसे धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वह दिन में घरों की रेकी करता था और रात में सूने मकानों के ताले तोड़कर चोरी करता था।
चोरी का माल बेच देता था, फिर भी मिला बड़ा ज़खीरा
पुलिस ने बताया कि आरोपी चोरी का काफी माल बेच चुका है, लेकिन फिर भी उसके मंडीदीप स्थित घर से सोने, चांदी और हीरे के 10 लाख रुपये कीमत के ज़ेवरात और 25 हज़ार रुपये नकद बरामद हुए हैं। आरोपी को सोमवार को कोर्ट से रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी, ताकि अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सके।
यह गिरफ्तारी उज्जैन में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, खासकर उन चोरियों पर जो सरकारी अधिकारियों के घरों को निशाना बना रही थीं।
सीसीटीवी से आया पकड़ में…
एएसपी पाराशर ने बताया कि लगातार वारदातों को देखते हुए घटना स्थलों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ संदिग्धों से पूछताछ कर रहे थे। इसी बीच मनोहर द्वारा कम दाम में जेवरात बेचने की कोशिश का पता चलने पर उसे पकड़ कर पूछताछ की तो वारदातों का खुलासा हो गया। मनोहर पर शहर में पूर्व में चोरी के 18 केस दर्ज है।
उससे वारदातों के समय पूछताछ भी की थी, लेकिन प्रमाण नहीं होने पर छोडऩा पड़ा था। आठ चोरियों का खुलासा करने पर एसपी ने पुलिस टीम को 10 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।