मुख्य बिंदु:
- तेज कार्रवाई: देवास पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अमलतास अस्पताल की छात्रा पर हमला करने वाले आरोपी को दबोचा.
- ऑपरेशन त्रिनेत्रम का कमाल: जनसहयोग से लगे CCTV कैमरों की मदद से हुई पहचान और गिरफ्तारी.
- महिला सुरक्षा सुनिश्चित: इस कार्रवाई से देवास पुलिस ने शहर में महिला सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
देवास, अग्निपथ: देवास में अमलतास अस्पताल के गर्ल्स हॉस्टल में एक छात्रा पर हुए जानलेवा हमले के आरोपी को देवास पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. यह सफलता ‘ऑपरेशन त्रिनेत्रम’ के तहत मिली है, जिसमें जनता के सहयोग से लगाए गए सीसीटीवी कैमरों ने अहम भूमिका निभाई. इस गिरफ्तारी ने न केवल एक गंभीर अपराध का खुलासा किया है, बल्कि शहर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस की प्रतिबद्धता को भी उजागर किया है.
18 जून, 2025 को देर रात लगभग 1 बजे, एक अज्ञात व्यक्ति अमलतास अस्पताल के गर्ल्स हॉस्टल में घुस गया. उसने छात्रा के कमरे में जबरन प्रवेश किया और चाकू की नोक पर छेड़छाड़ करते हुए उस पर जानलेवा हमला कर दिया. सूचना मिलते ही थाना बैंक नोट प्रेस में अपराध क्रमांक 620/2025, धारा 10(1), 354(1), 458, 452(1), 452(2), 323(2), 506(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई.
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और विशेष टीमों का गठन
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) जयवीर सिंह भदौरिया और उप पुलिस अधीक्षक (एल/आर) संजय शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अमित सोलंकी के नेतृत्व में चार विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया.
तकनीकी अनुसंधान और आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस टीमों ने 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 50 संदिग्धों से पूछताछ की. लगातार तीन दिनों तक चले गहन प्रयासों के बाद आरोपी संजय परमार उर्फ संजू (उम्र 30 वर्ष), निवासी ग्राम बांगड़, को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
आरोपी ने बताया कि वह पूर्व में अमलतास हॉस्पिटल के गर्ल्स हॉस्टल के निर्माण कार्य में मजदूरी कर चुका है, जिससे उसे परिसर की भौगोलिक जानकारी थी. उसने चोरी के इरादे से हॉस्टल में प्रवेश किया था, लेकिन छात्रा को अकेला देखकर उसकी नीयत बिगड़ गई. उसने छात्रा से जबरन संबंध बनाने की कोशिश की, और विरोध करने पर उस पर चाकू से हमला कर दिया.
वारदात का तरीका
आरोपी रात के अंधेरे में खेत की ओर से तालाब के पास पहुंचा. वहां से सीढ़ी उठाकर हॉस्टल की छत पर चढ़ा और पीछे की ओर से बाथरूम के रास्ते कमरे में प्रवेश किया.
पूर्व में भी आपराधिक प्रकरण दर्ज
आरोपी संजय परमार पर पहले भी आपराधिक प्रकरण दर्ज है, जिसमें अपराध क्रमांक 505/22, थाना बैंक नोट प्रेस – धारा 354, 354(1)(आई), 323, 506 भादवि तथा 7/8, 9एन/10 पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत दर्ज है.
पुलिस टीम का योगदान
इस सराहनीय कार्य में थाना बीएनपी के निरीक्षक अमित सोलंकी, उनि तरुण कुमार बोड़के, राहुल परमार, गोपाल चौधरी, सउनि कमल सिंह ठाकुर, राजेश नायला, अजय शर्मा, नीलेश राणा, हितेंद्र चंद्रवंशी, प्रआर हिमांशु, कुलदीप सिंह, रवि पटेल, रघुनंदन, भारत, आर दीपेंद्र, संदीप यादव, प्रआर चालक रशीद खान तथा साइबर सेल से प्रआर सचिन चौहान और शिव प्रताप सिंह सेंगर की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
देवास पुलिस की इस तत्परता ने न केवल एक गंभीर अपराध का खुलासा किया है, बल्कि शहर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस की प्रतिबद्धता भी सामने आई है. आरोपी के विरुद्ध आगे की विधिक कार्रवाई जारी है.