विश्व मच्छर दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम में दी जानकारी
तराना, अग्निपथ। मच्छर विश्व के सबसे प्राणघातक कीटों में से एक हैं। जिसमें मनुष्य के भीतर रोग प्रसारित और संचारित करने की क्षमता है। जिसके कारण विश्व में प्रतिवर्ष लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती हैै। मच्छर कई प्रकार के होते हैं जो कि कई प्रकार के रोगों के संवाहक हो सकते हैं।
यह जानकारी शुक्रवार को विश्व मच्छर दिवस पर हुए जागरूकता कार्यक्रम में दी गई। तराना सिविल अस्पताल में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर राकेश सिंह जाटव की उपस्थिति में हुए कार्यक्रम में मलेरिया निरीक्षक देवीसिंह पवार ने बताया कि विश्व मच्छर दिवस वर्ष 1930 से हर साल 20 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिवस ब्रिटिश चिकित्सक सर डोनाल्ड राय की स्मृति में मनाया जाता है। जिन्होंने वर्ष 1897 में मनुष्य में मलेरिया के संचरण के लिए मादा मच्छर उत्तरदायी होने की खोज की थी।
चिकनगुनिया, डेंगू, फाइलेरिया, पीत ज्वर आदि बीमारियां एडिज एनाफेलिज मच्छर के कारण फैलते हैं। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है और दिन में भी काटता है। मलेरिया डेंगू बचाव की जानकारी एवं इसके बचाव हेतु प्रचार-प्रसार के लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए मच्छर दिवस मनाया गया। इस अवसर पर रामचरण भमरासिया बी ई ई, स्वास्थ्य सुपरवाइजर सुरेश जैन, श्रीकांत जैन स्टाफ नर्स बबीता, दिव्या, अंकित सोनी, भूपेंद्र आदि उपस्थित रहे।