बडऩगर, अग्निपथ। कोरोना महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान जारी है। देशभर के साथ ही क्षेत्र में भी जल्द टीकाकरण लक्ष्य हासिल करने की होड़ लगी है। इन सबके बीच टीके का दूसरा डोज लगवाने को लेकर कुछ लोगों में गफलत पैदा हो गई है। वजह बगैर दूसरा डोज लगवाए उनके टीकाकरण के दोनों डोज पूरे होना का मैसेज आना है। ऐसे लोगों को बगैर वैक्सीन लगाए ही टीकाकरण केंद्र से वापस लौटाया जा रहा है।
वैक्सीन लगाइये – कोरोना से सुरक्षा पाइए, कोरोना से बचाव है – वैक्सीन ही उपाय है। जैसे स्लोगन के साथ नि:शुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। यही नहीं टीकाकरण के महाअभियान भी चलाए जा रहे हैं जो नि:संदेह आमजन की सुरक्षा के लिये सरकार का नेक कार्य है। जिसमें प्रशासन भी अपनी महती भूमिका निभा रहा है। इन्हीं अच्छी खबरों के बीच व्यवस्था में गड़बड़ के चलते ऐसे भी मामले आ रहे है जिसमें लोगों को असमंजस है कि उन्हें दूसरा डोज लगेगा या नहीं।
कारण है दूसरा डोज लगवाने के पहले ही उनके मोबाइल पर दूसरा डोज लग जाने के मैसेज आ रहे हैं। ऐसे में जिन लोगो को यह मैसेज प्राप्त हो रहे हैं तो वे घबरा कर भ्रमित हो रहे है कि आखिर ये क्या माजरा है। ऐसे में कई लोग जब दूसरा डोज लगवाने केन्द्र पर पहुंच रहे है तो पहले से वेरीफाय हो जाने के कारण दूसरा डोज नहीं लगाया जा रहा है। ऐसे में कई लोग है जो टीकाकरण केन्द्र का चक्कर लगा रहे है जो दूसरा डोज लगने से वंचित हो सकते हैं।
ऐसा ही मामला गुरूवार को माहेश्वरी धर्मशाला पर देखने को मिला जहां टीकाकरण कर रही सावित्री बौरासी व सहयोगी संतोष श्रीवास्तव ने कहा कि जिन्हें सक्सेसफुल का मैसेज आ चुका है उसे हम टीका नहीं लगा सकते है। इस संदर्भ में वरिष्ठ अधिकारियों से बात करें। जिसके चलते दूसरा डोज लगाए बिना ही टीकाकरण केन्द्र से लोगों को वापस लौटना पड़ रहा है। बताया जाता है कि ऐसी समस्या टीकाकरण का दूसरा डोज लगवाने वाले कई लोगों के साथ आ रही है।
गलत मैसेज से भ्रमित न हों
बगैर दूसरा डोज लगाए मैसेज आने की तकनीकी त्रुटी हो सकती है। जिन्हें दूसरा डोज नहीं लगा है और मैसेज आ रहे हैं तो भ्रमित न हों। उनको दूसरा डोज नियमानुसार लगाया जावेगा। इस बारे में टीकाकरण टीम को निर्देश दे दिये गये हैं। -डॉ. प्रमोद अर्गल, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर, बडऩगर