झाबुआ, अग्निपथ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झाबुआ में आयोजित जनजातीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य शासन जनजातीय समाज के विकास, उत्थान और उनके मान-सम्मान की रक्षा के लिये कटिबद्ध है। वनवासी अंचलों का तेजी से विस्तार किया जा रहा है और आगे भी किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि आज मैंने तीर कमान पर चढ़ाया है जिससे की मध्यप्रदेश में विकास परवान पर चढ़ें।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में देश विकास के लिए नई करवट ले रहा है। मुख्यमंत्री ने झाबुआ में जनजातीय समाज के लिए अनेक सौगातें दीं। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। भोपाल में इस अवसर पर एक विशाल समागम होगा। इस समागम के लिए उन्होंने समस्त वनवासी समाज को निमंत्रण भी दिया।
15 नवंबर से जनजातीय समाज में होने वाली बीमारी का नि:शुल्क इलाज
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनेक छोटे छोटे मामलों में जनजातीय समाज को कोर्ट – कचहरी के चक्कर लगाने पड़ते हैं, ऐसे मामले जो गंभीर प्रकृति के नहीं हैं उन्हें वापस लिया जाएगा। गाँव की जनता ही गांवों का विकास तय करेगी। गांवों का पैसा गांव में ही ख़र्च होगा। उन्होंने घोषणा की कि 15 नवंबर से सिकलसेल मिशन प्रारम्भ किया जाएगा। विशेषरूप से जनजातीय समाज में होने वाली इस बीमारी का नि:शुल्क इलाज कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 2011 की सर्वे सूची में जिन गरीबों के नाम नहीं है, सर्वे कराकर ऐसे गरीबों के नाम जोडऩे के निर्देश जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि हर परिवार को मकान बनाने के लिए सरकार प्लॉट आवंटित करेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस साल झाबुआ के ग्रामीण अंचल में 24 हज़ार मकान बन रहे हैं। मकान बनने का यह सिलसिला निरंतर चालू रहेगा। उन्होंने कहा कि जिन गरीबों के नाम छूट गए हैं, उनके नाम जोड़े जाएं।
स्नातकोत्तर क्लासेस खोले जाने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मामा के खज़़ाने में गरीबों के लिए राशि की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि दूर-दराज़ के गांवों में राशन आपके द्वार योजना लागू की जाएगी। गाडिय़ों में भरकर राशन इन गांवों में भेजा जाएगा और इसके लिए परिवहन की गाड़ी भी क्षेत्र के युवकों की रहेगी। मुख्यमंत्री ने सांसद गुमानसिंह डामोर की मांग पर स्थानीय महाविद्यालय में आवश्यकतानुसार स्नातकोत्तर क्लासेस खोले जाने की घोषणा भी की। इस अवसर पर सांसद बीडी शर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिये कटिबद्ध है। जनजातीय विकास तथा उत्थान के लिये किये जा रहे कार्यों से हम गौरवान्वित है।
सांसद जीएस डामोर ने स्वागत भाषण देते हुये कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के मोदीजी के संकल्प को साकार किया जायेगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्शों पर चलकर जनजातीय विकास किया जायेगा। स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी महानायकों की भी अहम भूमिका रही है। बिरसा मुण्डा की जयंती को गौरव दिवस के रूप में मनाया जायेगा। झाबुआ पहुंचने पर मुख्यमंत्री चौहान का वनवासी अंचल के परम्परागत लोकनृत्यों के साथ स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री को वनवासी संस्कृति का प्रतीक तीर-कमान भेंट किया गया, उन्हें साफा एवं परम्परागत पगड़ी भी पहनायी गयी। लोकनृत्य कर रहे आदिवासियों के उत्साह को देखकर मुख्यमंत्री चौहान भावविभोर हो गये। आदिवासियों के उत्साह को बढ़ाने के लिये उनके बीच पहुंचे। उन्होंने लोकनृत्य कर रहे नर्तकों के साथ कदमताल मिलाया और उनके उत्साह को दुगना किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने दी सौगात
मुख्यमंत्री चौहान ने आयोजित जनजातीय सम्मेलन में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 140 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने भ्रमण के दौरान झाबुआ जिले में मुख्य रूप से शिक्षा सुविधा के विस्तार, सडक़ों के सुदृढ़ीकरण, पेयजल व्यवस्था को सुगम बनाने, स्वास्थ्य, आदिवासी विकास आदि क्षेत्रों के लिये बड़ी सौंगातों के रूप में विभिन्न विकास कार्यों का एक साथ लोकार्पण और भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में 107 करोड़ रूपये से अधिक लागत के 38 कार्यों का शिलान्यास, भूमिपूजन किया। झाबुआ जिले में 62 कार्यो की राशि 14247.75 लाख का शिलान्यास किया गया।
जिले में 12 कार्यो की राशि 3483.83 लाख का लोकार्पण किया गया। धार जिले हेतु 8 कार्य की राशि 1857.31 लाख का शिलान्यास भूमिपूजन किया गया। इस तरह शिलान्यास एवं भूमि पूजन के 70 कार्यो पर रुपए 16105.06 लाख एवं लोकार्पण के 12 कार्यो पर 34.83 का किया गया। कुल 82 कार्य की लागत 19588.89 का शिलान्यास, भूमिपूजन, लोकार्पण किया। वन अधिकार के 39 हितग्राहियों को वन अधिकार हक प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। परिवहन विभाग द्वारा 30 महिलाओं को आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत लर्निंग लायसेंस दिया गया।
इस विशाल सम्मेलन में सांसद बीडी शर्मा, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, औद्योगिक प्रोत्साहन निवेश मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सांसद जीएस डामोर, विधायक श्रीराम डांगोरे, पूर्व मंत्री रंजना बघेल, पूर्व विधायकगण, कलसिंह भाभर, नागर सिंह चौहान, माधव सिंह डाबर, सुलोचना रावत, निर्मला भूरिया तथा शांतिलाल बिलवाल, लक्ष्मण नायक, वकील सिंह ठकराला सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।