अरब सागर में बन रहा चक्रवात, फिर बदलेगा मौसम का मिजाज
उज्जैन। प्रदेश में दिसंबर में मौसम के मिजाज बदलने वाले है। एक साथ कई सिस्टम बनने के चलते बारिश और ओलावृष्टि के आसार बन रहे है। इसका असर उज्जैन संभाग में भी देखने को मिलेगा और फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी। वही तापमान में भी उतार-चढ़ाव के आसार है। उज्जैन संभाग में भी बारिश की संभावना जताई गई है।
जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक राजेन्द्र गुप्त की मानें तो मंगलवार को बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में फिर कम दबाव के क्षेत्र बनने वाला है। इसके प्रभाव से वातावरण में नमी बढ़ेगी और बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं। वही उज्जैन संभाग में 1 और 2 दिसंबर को बारिश के आसार बनेंगे।
अरब सागर में बना चक्रवातीय घेरा 48 घंटे में कम दबाव में बदलकर उत्तर की ओर बढ़ते ही गुजरात तट से टकराकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में सक्रिय होगा और नमी के बढ़ते ही बारिश का दौर शुरु हो जाएगा।
दिन का पारा गिरेगा, रात का बढ़ेगा
वेधशाला अधीक्षक श्री गुप्त ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 30 नवंबर की रात से पहाड़ों में बर्फबारी और उत्तर-पश्चिम राज्यों व मध्य भारत में बारिश की संभावना है। 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश में बारिश या गरज के साथ बौछार के आसार हैं।
जिसका असर उज्जैन संभाग पर भी पड़ सकता है। जिसके चलते आगामी दिनों में बादल छाने से दिन का तापमान और कम होगा और रात का बढऩे लगेगा।
चार डिग्री पारे के गिरने से दिन में बढ़ी ठंड
दिन का अधिकतम तापमान अभी तक 30 डिग्री के पार चल रहा था, लेकिन उत्तरी हवाओं के चलन से पारे में सोमवार को चार डिग्री की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। पारा 30.5 डिग्री से गिरकर 25.5 पर पहुंच गया। इस दौरान हवा की गति 8 किमी प्रतिघंटा रही। वहीं रात का न्यूनतम तापमान भी शनै-शनै गिरावट दर्ज करा रहा है। विगत चार दिन में 14 से गिरकर 12.5 डिग्री पर पहुंच चुका है।