नई दिल्ली । तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के आंदोलन का आज 12वां दिन है। किसानों के समर्थन में कन्नौज जा रहे अखिलेश यादव को पुलिस ने लखनऊ में ही रोक दिया तो वे धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने अखिलेश को हिरासत में ले लिया।
पंजाब के 30 स्पोर्ट्सपर्सन अवॉर्ड लौटाएंगे
किसानों से समर्थन में अवॉर्ड वापसी के लिए राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ रहे खिलाड़ियों को पुलिस ने रोक दिया। पहलवान करतार सिंह ने बताया कि पंजाब के 30 स्पोर्ट्सपर्सन अवॉर्ड लौटाना चाहते हैं। उधर, पंजाबी लेखक और कवि सुरजीत पातर ने भी पद्मश्री लौटाने का ऐलान किया है।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘किसानों का मुद्दा और संघर्ष जायज है। हम किसानों के संघर्ष में शुरू से ही साथ रहे हैं। केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस ने हमसे 9 स्टेडियमों को जेल बनाने की परमिशन मांगी थी। हम पर खूब दबाव बनाया गया, लेकिन हमने परमिशन नहीं दी। केंद्र सरकार चाहती थी कि किसानों दिल्ली आएं और उन्हें जेल में डाल दें।’
सरकार का तंज- आप करें तो किसानों का कल्याण, हम करें तो सड़क पर आते हैं
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर आज विपक्ष का दोहरा चरित्र सामने आया है। यह खतरनाक है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में मंडी व्यवस्था खत्म करने की बात कही थी। शरद पवार ने इसके लिए दो मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी भी लिखी थी। आज विपक्ष सिर्फ विरोध करने के लिए विरोध कर रहा है। केजरीवाल ने पहले गजट पास किया, अब किसानों के पक्ष में खड़े हो गए हैं। आप कुछ करें तो वो किसानों का कल्याण है, हम करें तो आप सड़क पर उतर आते हैं।