बडऩगर (अजय राठौड़), अग्निपथ। भारतीय जनता पार्टी की युवा विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा में अब मंडल स्तर पर नियुक्तियां होना है। गुटीय राजनीति के बीच यहां छह साल से युवा मोर्चा अध्यक्ष का पद खाली है। इस बार इसको लेकर सरगर्मी तेज होने के बीच उम्मीद की जा रही है कि अबकी बार यह पद किसी को मिलेगा। हालांकि अनुशासन की दुहाई देने वाले संगठन में इस बार भी अध्यक्ष पद के कई दावेदार हैं और उनमें से किसी एक को जिम्मेदारी सौंपना आसान नहीं होगा।
भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी भाजपा के चार मंडल अध्यक्ष की तर्ज पर चार मण्डल बडऩगर नगर, बडऩगर ग्रामीण, खरसौदकलां – भाटपचलाना व इंगोरिया मण्डल पर अध्यक्षों की नियुक्ति होना है। जिसके बाद ही कार्यकारिणी का गठन होगा। मण्डल अध्यक्ष पद पर नियुक्तियां तो होना है। किन्तु यह देखना भी दिलचस्प होगा की इन पदों पर उम्र बंधन के चलते नियुक्ति होगी या नियमों में शिथिलता होगी। यदि उम्र बंधन को तरजीह दी जाती है तो उम्र बंधन के चलते कई के मंसुबो पर पानी फिर सकता है।
लम्बे इंतजार के बाद किसके सर होगा अध्यक्ष पद का ताज
बडऩगर नगर अध्यक्ष पद के लिए गुटीय घमासान के चलते 6 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अध्यक्ष की नियुक्ति नही होना अनुशासन व नियमों की पोल खोलता है। तत्कालीन समय में अध्यक्ष की नियुक्ति में नियमों की अनदेखी कर एक ही पद पर दो अध्यक्षों की नियुक्ति की गई थी। इस मामले में गुटबाजी के चलते बाद में अध्यक्ष की नियुक्ति ही नही हो पाई थी। अब जबकि युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष की घोषणा हो चुकी है ऐसे में मण्डल अध्यक्ष नियुक्ति का इंतजार खत्म होने वाला है। यह चर्चा चल पड़ी है कि लम्बे इंतजार के बाद किसके सर होगा अध्यक्ष पद का ताज।
दावेदार सक्रीय – नेताओं के सम्पर्क में
अध्यक्ष पद के लिए ग्रामीण मंडलों से भी अपनी – अपनी दावेदारी जताई जा रही है। जो अपने वरिष्ठ नेताओं के सम्पर्क में हो। वहीं नजरे नगर मण्डल अध्यक्ष पद पर भी लगी हुई है। जिस पर घमासान होने वाला है। बडऩगर नगर युवा मोर्चा अध्यक्ष पद के लिए आनंद अनावडिया व अंकित पाटोदी के नाम प्रमुख रूप से लिए जा रहे हैं। वहीं अन्य नाम भी चर्चाओं में है। गत दिनों हुए शक्ति प्रदर्शन को लेकर नगर में खासी चर्चा है। सूत्रों के अनुसार 22 दिसम्बर को जिलाध्यक्ष का क्षेत्र में आगमन होने वाला है ऐसे में जिलाध्यक्ष के सामने भी शक्ति प्रदर्शन किये जाने की सुगबुगाहट चल रही है।
शक्ति प्रदर्शन जारी – अब मेरी बारी
संगठन में अध्यक्ष पद महत्वपूर्ण होता है । इसी प्रकार युवा मोर्चा में भी अध्यक्ष पद पाने की जुगत लगाई जा रही है। जिसके लिए वरिष्ठ नेताओ से सम्पर्क के बाद शक्ति प्रदर्शन का जोर जारी है। गत दिवस जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद प्रथम सम्मेलन में युवा मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की। जिसमें मण्डल अध्यक्ष बनने के इच्छुक दावेदारों ने अपना – अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाया है। वहीं संगठन के प्रति समर्पित यह कहते हुऐ देखे जा सकते है कि अब मेरी बारी है। ऐसे में ये कहना अलग बात होगी की नियुक्तियां शक्ति प्रदर्शन के आधार पर होगी या संगठन के प्रति समर्पित कायर्कता की।
इस तरह जोर अजमाइश
युवा मोर्चा से कई युवा अपने राजनीतिक प्रदर्शन के साथ आगे बढ़ते है जो पार्टी में उच्च मुकाम हासिल करते है। इस मुकाम में राजनीतिक पैंतरेबाजी, गुटबाजी का नजारा तो फिर आम है ही। हालांकि इसे खुले रूप में पार्टी के नेता स्वीकारते नहीं है और अनुशासन की दुहाई देते है। जबकि पदों पर सुशोभित होने के लिए इच्छुक दावेदार वरिष्ठ नेताओं की शरण में पहुंच कर अपना जोर दिखाता है। पदो पर नियुक्ति के लिए नियमों की दुहाई दी जाती है किन्तु जब अपने प_ों को पद दिलाना होता है तो यह नियम शिथिल हो जाते है।
ऐसे में गुटबाजी उभरकर आती है व अलग-अलग गुट का ठप्पा संबधित पर लग जाता है। प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बाद जिले में नियुक्तियां हो चुकी है अब बारी मण्डल की है जिसमे मण्डल स्तर पर भी नियुक्तियां होना है। पदों पर सुशोभित होने के इच्छुक दावेदारों द्वारा पापड़ बेलना शुरू कर दिये है। अपने – अपने वारिष्ठ नेताओं से संपर्क साधा जा रहा है, उनके मोबाइल खडख़डाये जा रहे हैं। और हर हालत में पद दिलाए जाने के लिए सेवा दी जा रही है तो सेवा गिनाकर आगे भी सेवा किये जाने की बात की जा रही।