सचमुच में मेरी उज्जयिनी को विकास के पंख लगने जा रहे हैं। आने वाले 5-7 वर्षों में मेरा शहर सडक़ों एवं पुलों के मामले में शायद मध्यप्रदेश का सबसे सौभाग्यशाली शहर होगा। आज 24 फरवरी 2022 गुरुवार उज्जैन के इतिहास के स्वर्णिम दिन के रूप में अंकित होगा। 6247 करोड़ रुपयों लागत से उज्जैन संभाग की बनने वाली 11 विभिन्न सडक़ों का शिलान्यास आज होने जा रहा है।
इस ऐतिहासिक क्षणों के अवसर पर केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय भूतल परिवहन राज्यमंत्री डॉ. वी.के. सिंह, प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने आधा दर्जन मंत्रियों के साथ और उज्जैन संसदीय क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद अनिल फिरोजिया उपस्थित रहेंगे।
आज जिन 11 सडक़ों की सौगात उज्जैन संभाग को मिलने जा रही है उसमें से उज्जैन झालावाड़ टू-लेन और उज्जैन-देवास फोरलेन सडक़ मार्ग का कार्य तो द्रुत गति से जारी है। उज्जैन-गरोठ मार्ग के भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। यह मार्ग बनने से उज्जैन से गरोठ के बीच की दूरी 135 किलोमीटर ही रह जायेगी साथ इस ही नवीन मार्ग के किनारे वाले पडऩे वाले क्षेत्रों में विकास की नयी संभावनाएं बलवती होगी।
आज ही 1352 करोड़ लागत के 69 किलोमीटर लंबे उज्जैन-बदनावर फोरलेन का भी शिलान्यास होने जा रहा है इस मार्ग के बनने से उज्जैन से गुजरात की यात्रा सुगम और आसान हो जायेगी। मन में टीस सिर्फ इस बात की रह जायेगी कि यदि बदनावर से पेटलावद-थांदला-मेघनगर होते हुए झाबुआ तक भी फोरलेन हो जाता तो और बेहतर होता।
बस इसकी दरकार
लोकप्रिय और यशस्वी सांसद और सभी जनप्रतिनिधियों से यह अनुरोध है कि यदि आज के इस पावन अवसर पर गडकरी जी से कुछ मांगना हो तो उज्जैन से उन्हेल-नागदा-जावरा तक के लिये फोरलेन सडक़ मार्ग और माँग लें, 95 किलोमीटर लंबा उज्जैन-जावरा सडक़ मार्ग यदि फोरलेन में तब्दील हो जाता है तो उज्जैन सडक़ों के मामले में सबसे धनाड्य माना जायेगा।
उज्जैन से मक्सी मार्ग भी यदि फोरलेन हो जाये तो यह सीधा राष्ट्रीय राजमार्ग मुम्बई-आगरा तक फोरलेन हो सकता है। कहते हैं ना देने वाले से मांगने में कँजूसी नहीं करनी चाहिये, जी खोलकर माँगना चाहिये।
आज के इस पावन अवसर पर दैनिक अग्निपथ एवं उज्जैन का समस्त प्रेस जगत पधारे हुये अतिथियों की अनुमोदना करता है साथ ही इस महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक परिकल्पना को साकार बनाने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जिन-जिन भी जनप्रतिनिधियों एवं शासकीय अधिकारियों की भूमिका रही है उनके प्रति आभार व्यक्त करता है।
विशेषकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी के प्रति विशेष आभार भी व्यक्त करना चाहेंगे जिन्होंने अपनी विशेष रूचि दिखाकर वर्षों से उज्जैन के विकास को लगे ग्रहण को दूर करने का प्रयास किया है। भले ही देर से सही परंतु उज्जैनवासियों के दिलों में उम्मीदों का दिया जरूर जला दिया है। उम्मीद है कि आज मंच से उज्जैन के लिये और सौगातें की घोषणा होगी।