नागदा, अग्निपथ। नगर पालिका परिषद नागदा द्वारा अर्थ वर्ष 2023-24 का प्रस्तुत आय व्यय लेखा बजट मे की गई आंकड़ों की बाजीगरी व गंभीर त्रुटियां जिसके चलते नगरपालिका को होने वाली राजस्व हानि व त्रिस्तरीय समझौते के उल्लंघन पर पुनर्विचार करते हुए बजट में संशोधन करने का आठ बिन्दुओं का शिकायती पत्र आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुबोध स्वामी के नेतृत्व में ओमप्रकाश मोर्य व भेरूलाल चावडा ने सीएमओ जाट व राजस्व सभापति शिवा पोरवाल को नपाध्यक्ष व सीएमओ के नाम दिया।
उल्लेखित बिंदुओं में बताया गया कि अर्थ बजट 23-24 के पेज नंबर 2 आय के शीर्ष के बिंदु क्रमांक 9 पर समझौता (कंपनी) में वर्ष 2020-21 मे नगरपालिका को 1,38,59,539 रु की आय दर्शाई गई है वहीं वर्ष 2021- 22 में तीन करोड़ 23 लाख 47 हजार 218 आय दर्शाई गई है लेकिन वर्ष 2022-23 के लिए मात्र 1,10,00000 रुपए की अनुमानित आय का अनुमान लगाया गया है ।क्या नगर पालिका परिषद समझौता कंपनी के तहत प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत कर वृद्धि के प्रस्ताव को शून्य करते हुए कंपनियों को रियायत देने जा रही है? क्या शासन उद्योग व नगरपालिका के मध्य हुए समझौते मे कोई नया प्रावधान नगर पालिका द्वारा लागू किया गया है जिससे कि उद्योगों को करों में छूट दी जा रही है।
वर्तमान नपा द्वारा प्रस्तुत अर्थ बजट से तो यही प्रतीत हो रहा है नगर पालिका को राजस्व हानि ना हो इसलिए इस गंभीर टूटी को सुधार कर समझौते के तहत अनुमानित राशि का उल्लेख अर्थ बजट में किया जाए।
वर्तमान में संपूर्ण शहर में आवारा मवेशियों से आम नागरिक परेशान है बावजूद इसके नगर पालिका परिषद नागदा द्वारा नागरिकों की समस्याओं के निदान के लिए आवारा मवेशियों को नागदा नगर से अन्यत्र स्थान पर सुरक्षित रखने का कोई प्रावधान बजट में नहीं किया गया है यह नगर के लिए दुर्भाग्य की बात है।
वही विडंबना इस बात की है कि कांजी हाउस का उपयोग नगर पालिका द्वारा विगत कई वर्षों से नहीं किया गया 2022-23 के लिए अनुमानित आय 10000 रखी गई है। इसे नगर के नागरिकों का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि कांजी हाउस की अनुमानित आय मात्र 10000 रखकर आपने नागरिकों के प्रति कितनी गंभीरता दिखाई यह स्पष्ट हो रहा है।
अर्थ बजट के प्रथम पृष्ठ पर के सातवें बिंदु पर बाजार फीस में वास्तविक आय माह दिसंबर 2022 तक 20,14,495 रुपए दर्शाई गई है वही वर्ष 2022-23 के लिए मात्र 20 लाख रू का अनुमानित आय दर्शा कर एक गंभीर त्रुटि के साथ-साथ भ्रष्टाचार की ओर इशारा बजट कर रहा है। बाजार फीस वसूली के तहत अर्थ बजट में की गई कारीगरी की त्रुटि को सुधार कर नगर पालिका परिषद नागदा को होने वाली राजस्व हानि से बचाया जाए।
पेज 3 पर बिंदु क्रमांक 3 नामांतरण शुल्क वर्ष 2020- 21 में 1,10,865 रुपए की आय नगरपालिका को हुई वही 21-22 में 83,144 की आय हुई और दिसंबर 2022 तक 5,74,207 की आय नगरपालिका को हुई ऐसे में यह समझ से परे है कि वर्ष 2022-23 के लिए 40 लाख की अनुमानित आय किस दृष्टि से बजट में दर्शाई गई यह आंकड़ों की कारीगरी नहीं है तो क्या है?
पेज नंबर 7 अर्थ बजट के बिंदु क्रमांक 4 राजीनामा समझौता शुल्क मे दिसंबर 2022 तक 12,99,065 की आय नगरपालिका को हुई लेकिन अनुमानित आय वर्ष 2022-23 के लिए मात्र 5 लाख दर्शाई गई क्या यह त्रुटिवश हुआ है कृपया स्पष्टीकरण देने का कष्ट करें।
पेज नंबर 9 व्यय के शीर्ष मे परिषद का भत्ता यात्रा भत्ता आदि मे दिसंबर 2022 तक 3,15,880 व्यय दर्शाया गया है वही 22-23 वर्ष के लिए 15 लाख रुपए का अनुमान लगाया गया है क्या यह आंकड़ों की कारीगरी नहीं है ?
चंबल नदी से नगर पालिका परिषद द्वारा लिए जाने वाले रो वाटर के उपचार के लिए एलम ब्लीचिंग का प्रावधान कर नगर पालिका परिषद नागदा ने यह जता दिया कि नगर के नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति आप कितने गंभीर हैं पीएसी का प्रावधान पूरे अर्थ बजट मे नहीं है, वही राजस्व न्यायालय में मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा प्रस्तुत शपथ पत्र मे उल्लेखित पीएसी क्रय करने के दावे को भी अर्थ बजट झुठला रहा है न्यायालय को भी नपा द्वारा गुमराह किया जा रहा है।
स्वास्थ्य अधिकारी की स्थापना पेज नंबर 12-13 में अस्थाई स्थापना के लिए 5 करोड़ की अनुमानित मंजूरी नगर पालिका द्वारा दी गई है। वही वर्ष 2021 22 मई 3 करोड़ 323 लाख 42 हजार 544 रू अस्थाई स्थापना में नगर पालिका द्वारा व्यय किए गए और दिसंबर 2022 तक 2,21,77,099 नगर पालिका द्वारा वह कर दिए गए हैं और वर्ष 2022-23 के लिए चार करोड़ की अनुमानित मंजूरी बजट में रखी गई है इतने भारी भरकम बजट के प्रावधान के बावजूद नगर के अधिकांश वार्डो में सफाई कर्मियों की कमी का रोना पार्षद से लेकर सभापति तक रोते हैं तो फिर अस्थाई स्थापना की करोड़ों की राशि कहां जा रही है ? यह सीधे-सीधे भ्रष्टाचार की ओर इंगित कर रहा है इसे सुधार कर नगरपालिका में जमा नागदा नगर के नागरिकों का गाड़ी कमाई के पैसे को बचाया जाए।
अत: श्रीमान द्वय से अनुरोध है कि नगर पालिका परिषद नागदा द्वारा अर्थ वर्ष 2023-24 का प्रस्तुत आय व्यय लेखा बजट मे की गई आंकड़ों की बाजीगरी व गंभीर त्रुटियां जिसके चलते नगरपालिका को होने वाली राजस्व हानि व त्रिस्तरीय समझौते के उल्लंघन पर पुनर्विचार करते हुए बजट में संशोधन करने का कष्ट करें।