नई दिल्ली। भारत में आज से टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है और सबसे पहले देश के हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा। इसी बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण के बाद लाभार्थियों को कम से कम आधे घंटे आराम करने के लिए कहा है। टीकाकरण साइट्स पर तीन जगहें रखी गई हैं। वेटिंग, वैक्सीनेशन और ऑबसर्वेशन के लिए। टीका लगने के बाद से लाभार्थी को सलाह दी जाती है कि वो अचानक ही साइट छोड़कर न जाएं बल्कि निगरानी के लिए टीकाकरण साइट पर रुके।
टीकाकरण की साइट पर मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसे सभी कोरोना नियमों का पालन करना अनिवार्य है। वैसे तो भारत कई सालों से देश में टीकाकरण अभियान चला रहा है लेकिन कोरोना वायरस के खिलाफ चलाया जा रहा ये टीकाकरण अभियान दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है इसलिए खास अहतियात बरतने की जरूरत है।
केंद्र सरकार ने पहले से ही टीकाकरण के लिए जरूरी शारीरिक, आयु, चिकित्सक स्थितियों को साफ कर दिया है। टीकाकार और अधिकारियों को भी प्रशिक्षित किया गया है कि टीकाकरण के बाद अगर कोई प्रतिकूल घटना होती है तो वह कैसे प्रतिक्रिया दें। मंत्रालय ने सूचीबद्ध किया है कि कोविशील्ड, ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनका वैक्सीन स्थानीय रूप से भारत के सीरम संस्थान द्वारा निर्मित वैक्सीन लगने के बाद शरीर में सिरदर्द, थकान, ठंड लगना और आर्थ्राल्जिया के साथ शरीर के हिस्से में कोमलता और दर्द पैदा हो सकता सकता है। जी मिचलाने जैसी समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं।
ऐसी समस्याएं होने पर पेरासिटामोल का उपयोग किया जा सकता है। भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन लगने बाद इंजेक्शन वाली जगह दर्द, सिरदर्द, थकान, बुखार, शरीर में दर्द, पेट में दर्द, मतली और उल्टी, चक्कर आना-चक्कर आना, कंपकंपी, पसीना, सर्दी, खांसी और इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन हो सकती है।
देशभर में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान का आगाज आज से होगा। सुबह साढ़े 10 बजे पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस महाभियान को शुरू करेंगे। राज्यों ने इसके लिए जोरशोर से तैयारी कर रखी है। दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में एलएनजेपी अस्पताल में एक डॉक्टर, एक नर्स और एक सफाई कर्मचारी को कोविड-19 का टीका दिया जाएगा।
केंद्र का कोविन पोर्टल क्रैश
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टीकाकरण के पहले चरण को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने और शत प्रतिशत लाभार्थियों को टीका दिए जाने के लिए अपने स्तर से एसएमएस भेजने और फोन कर सूचित करने का निर्देश जिलों को दिया। शुक्रवार की देर रात टीकाकरण के लिए बनाए गए केंद्र सरकार के कोविन पोर्टल के क्रैश होने के कारण ये निर्देश दिया गया। इसी पोर्टल के माध्यम से लाभार्थियों को मैसेज भेजे जाने थे। कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि जैसे ही कोविन पोर्टल ठीक हो जाएगा, उससे भी लाभार्थियों के मोबाइल से मैसेज भेजा जाएगा।