देवास, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में एक किसान ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। इस किसान की ईमानदारी की चर्चा अन्य किसानों एवं व्यापारी वर्ग में हो रही है। इस किसान को अनाज बेचने के बाद व्यापारी ने एक लाख रुपए अधिक दे दिए थे। शुक्रवार को किसान ने व्यापारी को ये रुपए मंडी प्रशासन के समक्ष लौटाए। किसान की ईमानदारी को देखकर मौजूद व्यापारी भाव-विभोर हो उठे।
ग्राम मेंढकी धाकड़ के किसान संदीप नागर गत दिवस दो ट्रॉली में सोयाबीन लेकर आए थे। एक ट्रॉली का माल 4551 रुपए क्विंटल में तो दूसरी ट्रॉली का माल 4300 रुपए क्विंटल में प्रेस्टीज फीड मिल्स लि. ने खरीदा। यह सोयाबीन 1 लाख 48 हजार 770 रुपए में बिका। किसान को उस समय व्यापारी ने त्रुटिवश एक लाख रुपए अधिक दे दिए। उस समय किसान संदीप भी जल्दबाजी में ये रुपए लेकर अपने घर लौट गए। दूसरे दिन जब उन्होंने रुपए गिने तो एक लाख रुपए अधिक मिले। उन्होंने भारतीय किसान संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष जगदीश नागर से चर्चा कर रुपए लौटाने की बात कही। शुक्रवार को संदीप और पूर्व जिला अध्यक्ष श्री नागर मंडी पहुंचे। यहां उन्होंने मंडी सचिव राजेश साकेत, मंडी अनाज व्यापारी संघ के अध्यक्ष पुष्पेंद्र महाजन सहित अन्य व्यापारियों व किसानों के समक्ष संबंधित व्यापारी को नगद एक लाख रुपए लौटा दिए।
अनाज व्यापारी संघ अध्यक्ष श्री महाजन ने कहा कि हम वर्षों से मंडी में अनाज खरीद रहे हैं, लेकिन ऐसा अवसर पर पहली बार आया जब इस प्रकार की ईमानदारी देखने को मिली। आज के दौर में ऐसे ईमानदार कम ही देखने को मिलते हैं। प्रांगण क्रमांक दो के प्रभारी महेंद्र मंडोरिया ने भी किसान संदीप की प्रशंसा करते हुए कहा, कि मेरी वर्षों की सर्विस में यह पहली बार ही देखने को मिला है। निश्चित तौर पर संदीप जैसे किसान सम्मान के हकदार है। उनकी ईमानदारी अन्य लोगों को भी प्रेरित करती रहेगी।
किसान संघ का आरोप किसान ने इमानदारी दिखाई व्यापारी ने तोड़ा नियम
इधर भारतीय किसान संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष नागर ने कहा, कि हमारा किसान हमेशा से ही ईमानदार रहा हैै। वह किसी का हक नहीं छीनता। संदीप ने ईमानदारी दिखाते हुए रुपए लौटाए, लेकिन इसी फर्म ने एक ट्रॉली से सिर्फ 6 बोरी खरीदकर पूरा माल वापस कर दिया। एक बार नीलामी होने पर किसान का माल खरीदने के लिए संबंधित फर्म बाध्य है। जिस फर्म को संदीप ने एक लाख रुपए लौटाए, उसी ने पूरा माल नहीं खरीदा। हमारे किसान ने तो रुपए लौटाकर अपना फर्ज निभाया, अब मंडी प्रशासन को भी पूरा माल नहीं खरीदने पर संबंधित फर्म पर मंडी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करना चाहिए। श्री नागर ने कहा कि अगर तीन दिनों में संबंधित फर्म पर कार्रवाई नहीं होती है तो हम आंदोलन करेंगे।