धार, अग्निपथ। यात्रियों से अधिक किराया वसूलने की शिकायतों की जांच के लिए परिवहन अधिकारी (आरटीओ) ने आम नागरिक की तरह बस में सफर किया। इस दौरान यात्रियों बात भी की और शिकायत सही पाए जाने पर थाने में बस खड़ी करवा दी।
जिला परिवहन अधिकारी हरदेश यादव आम नागरिक बनकर की बस की तहकीकात के लिए इंदौर से बस में बैठकर धार आ रहे थे। इस दौरान आरटीओ ने यात्रियों से चर्चा की। एक यात्री की परेशानी सुनकर उन्होंने अपना परिचय दिया तो महाराष्ट्र की सवारी ने कहा कि बस हमसे पीथमपुर बोलकर बैठाया और रास्ते में दूसरी बस में बैठा दिया और किराया भी ज्यादा लिया। जिस पर आरटीओ ने पीथमपुर थाने पर गाड़ी खड़ी करवाई गई। धार आरटीओ ने इंदौर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार को अधिक किराया लेने वाले यात्री बसों के परमिट निलंबित करने के लिए पत्राचार भी किया जा रहा है।
धार कलेक्टर को लगातार इंदौर से पीथमपुर तक वाया महू होकर बसों में अधिक किराया वसूलने की शिकायत प्राप्त हो रही थी। जिसके लिए आरटीओ ने बसों पर कार्रवाई करने के लिए अनोखा तरीका इजाद किया।
सबसे पहले वह धार से इंदौर पहुंचे। इंदौर के राजीव गांधी चौराहे से पीथमपुर की ओर आने वाली यात्री बस में यात्री बनकर चढ़े। उन्होंने कंडक्टर को बातों में बताया कहा कि मुझे आईसर में इंटरव्यू देने जाना है और वह एक सीट पर जाकर बैठ गए। उनके साथ क्षेत्रीय परिवहन विभाग का अमला भी मौजूद था। बस में बैठने से लेकर उतरने तक का स्टिंग ऑपरेशन सहयोगी कर्मचारी से करवाया।
इस स्टिंग ऑपरेशन में बस का कंडक्टर इंदौर से सवारी से पीथमपुर तक का 100 रुपये लेते स्टिंग में नजर आया। इंदौर से महू तक का 40 रुपये किराया वसूलते नजर आ रहा है। आरटीओ ह्रदयेश यादव ने साथी यात्रियों से बातचीत की तो उन्हें पता लगा कि हर बस में किराया अलग-अलग वसूला जा रहा है। वही बस से उतरने के बाद पीथमपुर में बस से उतरने के बाद आरटीओ ने बस का परमिट अन्य कागज फिटनेस बीमा चेक किया तो दस्तावेज में खामियां पायी गयी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने तत्काल बस को पीथमपुर थाने पर खड़ी करवाया।
वहीं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अमले के द्वारा पीथमपुर से निकलने वाली बस को रोककर यात्रियों से किराये सम्बन्धी चर्चा की एवम बस के दस्तावेज चेक किये। तो 4 बस के दस्तावेज अपूर्ण पाए गए। वहीं धार आरटीओ हृदयेश यादव ने बताया कि बस यात्री की पीड़ा बस में यात्री बनकर ही जानी जा सकती थी इसीलिए वह बस में सवार होकर आए और मिलने वाली शिकायत सही पाई गई किराया दुगना लिया जा रहा था और यह बड़ा खेद का विषय है हम बसों के परमिट को निरस्त करने के लिए क्षेत्रीय प्राधिकार इंदौर को सूचित कर रहे हैं वही बस ऑपरेटर को भी नोटिस जारी कर रहे है और यह कार्रवाई निरंतर चलती रहेगी।
क्या कहा क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने
एक व्यक्ति विशेष की पीड़ा तभी समझ में आएगी जब आप जब आप उस पीड़ा को समझने का प्रयास करेंगे। हमारे कलेक्टर महोदय के निर्देश थे कि जितनी यात्री बसों में जो बड़े हुए किराए का इश्यू है इस पर कार्रवाई करना है इसी तारतम्य में आज कार्रवाई की गई है। चार यात्री बसों को हमने जप्त किया है अभी कार्रवाई आगे निरंतर जारी रहेगी जप्त की गई सभी बस के ऑपरेटरो को नोटिस जारी कर रहे हैं। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार इंदौर को भी हम सूचित कर रहे हैं इन बसों के परमिट को निरस्त करने के लिए लिख रहे हैं, यात्रियों के लिए जो किराया सूची होती है उसके लिए भी हमने बस ऑपरेटरों को सूचित किया है उनको नोटिस भी हम तामिल कर रहे हैं।
यह ओचक निरीक्षण है इस तरह की कार्रवाई हम निरंतर करते रहेंगे।इसमें मामले में शिकायत थी कि जो निर्धारित किराया है उससे दुगना किराया बस के कंडक्टर द्वारा लिया जा रहा था।यह वास्तविक रूप से खेद का विषय है, एक गरीब व्यक्ति जो है जो मजदूर वर्ग से आता है उनसे दुगना किराया लिया जाएगा तो यह बहुत खेद का विषय होता है। दैनिक मजदूरी का एक बड़ा हिस्सा अगर बस के किराए में जा रहा है तो यह सोचने का विषय है यात्रियों का कहना है कि बसों में किराया बढ़ाकर ही लिया जा रहा है? कई यात्री डेली अपडोनर है, उनका कहना था की बस वालो पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। मेंने इस बस में यात्री की तरह ही सफर किया है और यात्रियों से बातचीत भी की है इसमें कलेक्टर के निर्देश थे कि आप स्वयं बस में सवार होकर जाएंगे और ग्राउंड रियलिटी को जानेंगे, अभी 4 बसों पर हमने कार्रवाई की है।