अपराधों पर अंकुश की दिशा में पुलिस ने उठाया कदम, रोज चलेगा अभियान; एक दिन में 165 पर कार्रवाई, 86 हजार समन शुल्क वसूला
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में रिक्शा चालकों की बढ़ती गुण्डागिर्दी और मनमानी के कई मामले पिछले दिनों सामने आ चुके हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अभियान के तहत उज्जैन पुलिस ने ऑटो व ई- रिक्शा चालकों के खिलाफ 5 अप्रैल से कार्रवाई शुरू की है। एक दिन में ही पुलिस ने कुल 165 वाहन चालकों के चालान बनाये और 86 हजार रुपए का समन शुल्क वसूल कर शासन कोष में किया जमा। उज्जैन में महाकाल लोक निर्माण के बाद पर्यटक, श्रद्धालुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शहर में बड़ी संख्या में नए ई-रिक्शा संचालित होने लगे हैं।
उज्जैन शहर में संचालित होने वाले सवारी ऑटो रिक्शा व ई रिक्शा चालकों द्वारा लगातार यातायात नियमों का उल्लंघन कर वाहन चलाने, बिना फिटनेस परमिट के वाहन चलाने व सवारियों के साथ भी दुव्र्यवहार किए जाने के संबंध में लागातार शिकायतें प्राप्त हो रही थी। 4 अप्रैल की रात को नलिया बाखल में एक ई रिक्शा चालक ने महाकाल मंदिर जा रहे दर्शनार्थियों के साथ मारपीट का प्रयास किया और बीच बचाव करने आये स्थानीय लोगों को चाकू मारे। जिसमें पांच लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद शहर की पुलिस ने इनके खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है।
शहर के सभी थाने जुट गये कार्रवाई में
नलिया बाखल में हुई चाकूबाजी की घटना के बाद एसपी के निर्देश पर सवारी ऑटो चालकों एवं ई-रिक्शा वाहन चालकों के विरुद्ध विशेष चैकिंग अभियान चलाकर पर्याप्त दस्तावेज चैक करने एवं नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर भी प्रभावी कार्यवाही किए जाने समस्त थाना प्रभारीगण को निर्देशित किया गया। इसी क्रम में समस्त थाना प्रभारीगण व यातायात पुलिस द्वारा अभियान स्तर पर कार्यवाही करते हुए शहर के समस्त ई-रिक्शा व ऑटो चालकों के पर्याप्त दस्तावेजो, यूनिफॉर्म को चैक किया गया कमी पाई जाने पर कुल 165 चालकों पर चालानी कार्यवाही करते हुए 86,000 रू का समन शुल्क शासन कोष में जमा किया गया।
महाकाल लोक के बाद तेजी से बढ़े शहर में रिक्शा
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद दर्शनार्थियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। इसी के साथ रिक्शा भी बढ़ गये। जहां पहले करीब दो हजार रिक्शा शहर में चलते थे वहीं अब करीब 9500 ई-रिक्शा चंद महीने के अंदर बाजार में आ गई हैं। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष मालवीय के मुताबिक शहर में साढ़े नौ हजार से ज्यादा ई-रिक्शा है. इनमें पंजीकृत के अलावा कुछ अपंजीकृत रिक्शा होने की जानकारी भी मिली है।
उज्जैन में ई-रिक्शा जरूरतमंद के लिए आय का प्रमुख साधन बनने के साथ-साथ रोजगार का महत्वपूर्ण साधन भी बन चुका है। ई-रिक्शा विक्रय करने वाली कंपनियां काफी कम राशि जमा करने पर किस्तों में ई-रिक्शा मुहैया करा रही है। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग इसे खरीद रहे हैं. ई-रिक्शा संचालित करने वाले लोग प्रतिदिन 1000 रुपये तक की कमाई कर लेते हैं. इसके अलावा ई-रिक्शा बड़ी संख्या में 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराए पर भी चल रही है।
अपराधों को भी अंजाम दे रहे हैं रिक्शा चालक
रोजगार का प्रमुख साधन होने के साथ रिक्शा व्यापार अपराधियों का भी पसंदीदा रोजगार हो गया है। वे रिक्शा चालन के बहाने पूरे शहर में घूमते हैं और मौका पाकर अपना शिकार दबोचते हैं। हाल में ही नलिया बाखल में चाकूबाजी, बेगम बाग में बुजुर्ग महिला से बलात्कार, सतना की मासूम बेटी से दर्दनाक वहशीपन, रेलवे स्टेशन पर दर्शनार्थियों के सामने दूसरे वाहनों में तोडफ़ोड़ करना आदि कई गंभीर अपराधिक मामले ऐसे हैं जो पिछले दो-चार महीने में रिक्शा चालक के रूप में घूम रहे अपराधी ने ही घटित हुए हैं।
इन मामलों ने उज्जैन की पवित्रता पर भी कालिख पोती है। हालांकि इन मामलों में पुलिस ने अपराधियों को पकडक़र खासा सबक भी सिखाया है। इसके बावजूद रिक्शा चालकों द्वारा सडक़ पर जिस तरह का अक्खड़ व्यवहार राहगीर और वाहन चालकों को दिखाया जाता है, दर्शनार्थियों से जिस तरह दबाव बनाकर मनमाना किराया वसूला जाता है, उससे साफ है कि इनमें कानून का खौफ कम है। पुलिस का यह अभियान निश्चित ही नकेल कसने में मददगार होगा।
रात में भी चल रहा चैकिंग अभियान, एक रात में 72 वाहनों पर कार्रवाई
उज्जैन पुलिस ने वाहन चैकिंग के दौरान बिना नंबर प्लेट, बिना हेलमेट, पर्याप्त दस्तावेज न होने पर कुल 72 वाहन चालकों के विरुद्ध की चालानी कार्यवाही कर कुल 27,000 रू का समन शुल्क किया शासन कोष में जमा। यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने एवं शहर में सडक़ दुर्घटनाओं की रोकथाम,अपराधो पर अंकुश लगाने हेतु नियमित रूप से सख्ती से वाहन चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
जिले के समस्त थाना क्षेत्र अंतर्गत पृथक-पृथक प्वाइंटों पर थाना यातायात पुलिस एवं जिले के समस्त थानो के द्वारा 6 अप्रैल को बिना नंबर प्लेट, मोडिफाईड वाहन, वैध दस्तावेज न होने, बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग के कुल 72 वाहन चालको के विरुद्ध चालानी कार्यवाही कर 27 हजार रुपए का समन शुल्क शासन कोष में जमा किया गया।