धार, अग्निपथ। शहर की ऐतिहासिक इमारत भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा वैज्ञानिक सर्वे किया जा रहा है। शनिवार को सर्वे के दौरान पहली बार भोजशाला के भीतर टीम ने खुदाई शुरू की मुख्य प्रवेश द्वार के निकट यज्ञशाला से लगे हुए एक पॉइंट पर टीम ने यह खुदाई शुरू की है। बताया जा रहा है कि यह पाइंट पहले से ही टीम ने चिन्हित कर लिया था। यह पहला मौका है जब भोजशाला के भीतर किसी स्थान पर सर्वे के तहत खुदाई की जा रही है। शनिवार को दिनभर टीम ने इसी बिंदु पर काम किया, करीब एक फीट तक मिट्टी को हटाया गया है।
भोजशाला में रविवार को भी टीम ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है। रोजाना की तरफ सुबह 8 भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी पहुंचे और भोजशाला में सर्वे की प्रक्रिया को शुरू किया गया। बताया जा रहा है रविवार को भी चिन्हित के स्थान पर सर्वे की प्रक्रिया होगी। इधर पिछले हिस्से में खुदाई को आगे बढ़ाने के लिए टीम ने कुछ खास तरह की मशीन बुलवाई है। इन मशीनों के जरिए जमीन के भीतर देखा जाएगा की जो सीढ़ी नुमा आकृति दिखाई दे रही है, वहां किस तरह का स्ट्रक्चर है।
एक दर्जन स्थान कर रखे हैं चिन्हित
भोजशाला में टीम द्वारा जो वैज्ञानिक सर्वे किया जा रहा है। उसमें अब तक टीम ने तीन से चार स्थानों पर खुदाई की थी। लेकिन अब इसका दायरा बड़ा कर पहली बार भोजशाला में खुदाई को शुरू करवाया गया है। हालांकि इसका अनुमान पहले से लगाया जा रहा था। इसके अलावा भी कुल 14 से 15 स्थान चिन्हित किया गया है। एएसआई ने सर्वे की शुरुआत के दौरान ही इन स्थानों को चिन्हित करने का काम कर लिया था। संस्था हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की अध्यक्ष रंजना अग्निहोत्री ने अपने धार दौरे के दौरान भी इन पाइंट की जानकारी मीडिया से साझा की थी।
10 से अधिक नए सदस्य भी हुए शामिल
बताया जाता है कि सर्वे दल में रविवार को 10 से अधिक नए सदस्य भी शामिल हुए है। बताया जाता है कि एक 16 सीटर वाहन में बैठकर नए सदस्य भोजशाला पहुंचे थे। इन्होंने भी भोजशाला में प्रवेश कर सर्वे के कार्य में हिस्सा लेना शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि भोजशाला में सर्वे के अंतर्गत क्षेत्र अधिक होने के कारण इसमें काफी अधिकारियों को शामिल किया जा रहा है। जिससे सर्वे शीघ्र पुरा किया जा सके।
किले पर जाकर की पड़ताल
भोजशाला के सर्वे में लगी टीम के कुछ सदस्य कल धार के ऐतिहासिक किले पर पहुंचे थे। इस अवसर पर जिला पुरातत्व विभाग के अधिकारी सहित अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। बताया जाता है कि टीम के सदस्यों ने किले में जाकर भोज कालीन प्राप्त अवशेषों के बारे में अध्ययन किया। टीम ने अभिलेख गैलरी में जाकर भोजशाला में खुदाई से प्राप्त परिजात मंजरी के वहां रखे 11 पत्थरों को भी देखा। बताया जाता है कि उन्होंने अनेक वस्तुओं की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी भी की है।
दीवार की सफाई जारी है
खुदाई के दौरान पश्चिमी हिस्से में एक बड़ी दीवार शुक्रवार को सामने आई थी। मिट्टी हटाने के बाद यह ढांचा दिखाई दिया था। एएसआई इसकी क्लीनिंग में जुटी हुई है। बारीकी से दीवार की क्लीनिंग की जा रही है ताकि दीवार पर मौजूद मिट्टी की परत को सावधानी से हटाया जा सके।