एथेन्स शहर की एंडी आर्ट गेलरी में दर्शकों में आकर्षण का केन्द्र बनी चित्रांगदा
उज्जैन, अग्निपथ। शहर की रहने वाली चित्रकार चित्रांगदा जैन की पेंटिंग्स को यूरोप के एथेन्स शहर में काफी पसंद किया जा रहा है। यहां पर उन्होंने एंडी आर्ट गैलरी में १४ से २० मई तक स्पंदन इंडो ग्रीस आर्ट फेस्टिवल के इनकी पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जा रहा है।
चित्रांगदा की पेंटिंग्स स्पेन, पेरिस, इटली में भी बहुत जल्दी ही प्रदर्शित होने जा रही है, जिसकी तैयारी भी चित्रांगदा कर रही है। इन्होंने एक ५ एमएम की कील पर भगवान महावीर की सबसे छोटी पेंटिंग भी बनाई थी। चित्रकार चित्रांगदा जैन ने पारंपरिक और रचनात्मक शैलियों के अपने अनूठे मिश्रण से कला जगत में अपने लिए एक जगह बनाई है। उनके मन में बचपन से ही कला के प्रति गहरा जुनून रहा है। उनकी पसंद के माध्यमों में ऑयल, ऐक्रेलिक और जल रंग शामिल हैं। जिसके माध्यम से वह अपनी रचनात्मकता को स्पष्ट रूप से व्यक्त करती हैं।
कला में उनकी यात्रा को न केवल देश की सर्वश्रेष्ठ आर्ट गेलरियों जवाहर कला केंद्र जयपुर, ऑल इंडिया फाइन आर्ट एंड क्राफ्ट सोसायटी (एआईएफएसीएस) दिल्ली, द ताज मुंबई, कोलकाता, इंदौर और कालिदास अकादमी उज्जैन जैसे शहरों में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के कई देशों की जानी मानी गेलरी में अपनी कला को प्रदर्शनियों द्वारा चिह्नित किया गया है।
कालिदास जी द्वारा रचित रंघुवंशम, कुमारसंभवम् और ऋतुसंहरम को भी कलाकार चित्रांगदा जैन ने अपनी कला के माध्यम से बहुत ही ख़ूबसूरती से दर्शाया है जो की बहुत सराहनीय है। कलाकार चित्रांगदा को उनके समर्पण और गहन रचनात्मक प्रक्रिया के लिए जाना जाता है, वे अक्सर प्रेरित होने पर कई दिनों तक अथक परिश्रम करती हैं और अपने दृष्टिकोण को कैनवास और कागज पर जीवंत करती हैं।
उनके काम केवल दृश्य व्यवहार से कहीं अधिक हैं; वे ऐसी कथाएँ हैं जो दर्शकों को गहराई तक जाने और जीवन भर उनके अर्थों का पता लगाने के लिए आमंत्रित करती हैं।