उज्जैन, अग्निपथ। जल गंगा संवर्धन अभियान का वृहद स्तर पर आयोजन किया जा रहा हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप उज्जैन में जन सहभागिता से जल स्रोतों के संरक्षण और पुनर्जीवन का कार्य सतत जारी है ।
इसी क्रम में शनिवार सुबह मां शिप्रा तट के पावन रामघाट पर विधायक उज्जैन उत्तर अनिल जैन कालूहेडा, नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव, महापौर मुकेश टटवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और जन सामान्य द्वारा रामघाट पर साफ सफाई कर स्वच्छता की अलख जगाई गई।
इस दौरान उपस्थित संभागायुक्त उज्जैन संजय गुप्ता, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, निगम आयुक्त आशीष पाठक द्वारा भी घाट की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया गया। जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अपने हाथ में ब्रश और बाल्टी ले घाट की सीढिय़ों की सफाई कर जमीं काई को हटाया गया।
गंगा दशहरा पर्व पर 15 -16 जून को शिप्रा परिक्रमा आयोजित
उज्जैन, अग्निपथ। गंगा दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में शिप्रा तीर्थ परिक्रमा का आयोजन 15 एवं 16 जून को किया जाएगा। परिक्रमा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप 5 से 16 जून तक प्रदेश भर में जल संरक्षण के लिए जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इसी उद्देश्य को लेकर ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष नवमी से ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष दशमी ( गंगा दशहरा) को दो दिवसीय शिप्रा तीर्थ परिक्रमा आयोजित की जाती है।
गंगा दशहरा पर्व की तैयारियों हेतु शनिवार को प्रशासनिक संकुल भवन में आयोजित बैठक में उज्जैन कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह द्वारा विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में विधायक उज्जैन उत्तर अनिल जैन कालूहेडा, नगरनिगम अध्यक्ष कलावती यादव, महापौर मुकेश टटवाल, जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा, अपर कलेक्टर अनुकूल जैन, सीईओ उज्जैन विकास प्राधिकरण संदीप सोनी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंत सिंह राठौड़ सहित शिप्रा तीर्थ परिक्रमा समिति के सचिव नरेश शर्मा , समिति के सदस्यगण, संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा सांसद बालयोगी संत उमेशनाथ महाराज, महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी भी वर्चुअली बैठक में शामिल हुए।
कलेक्टर ने कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर निर्देश दिए कि मुख्य कार्यक्रम स्थल रामघाट पर नगर निगम द्वारा साफ सफाई और सौंदर्यीकरण कराया जाए। रामघाट पर बेहतर प्रकाश व्यवस्था और आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था रहे। घाट पर पेंटिंग और कलाकृतियां भी कराएं। इसी प्रकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग विभाग द्वारा पेयजल के लिए शिप्रा तीर्थ मार्ग पर पानी के टैंकर्स लगाए जाएं। जो यात्रा के साथ आगे बढ़ें। शीतल पेयजल के लिए सांची के पानी के टैंकर भी लगाएं।
भजन संध्या एवं भक्तिगीतों की प्रस्तुति
चुनरी अर्पण की तैयारी उज्जैन शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा की जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग अवरुद्ध न हो। निदेशक महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ श्रीराम तिवारी ने बताया कि विभिन्न लोकप्रिय कलाकारों द्वारा भजन संध्या एवं भक्तिगीतों की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ की तरफ से होगा। इस अवसर पर शिप्रा नदी के महत्व और उसके सांस्कृतिक वैभव की जानकारी देने वाली विशेष पुस्तिका का लोकार्पण भी होगा। सदानीरा केंद्रित ऑडियो वीडियो सीडी का लोकार्पण भी किया जाएगा।
बताया गया कि मां शिप्रा सहित अन्य प्रमुख नदियों , जल संरचनाओं और जो पारंपरिक जलस्रोत रहे हैं (वर्तमान में विलुप्त हो चले हैं) सभी की सैटेलाइट मैपिंग करवा कर प्राचीन वांग्मय,परंपरा, के संदर्भों के साथ सर्वे आधारित डाक्यूमेंटेशन का प्रकाशन किया जाएगा। सांसद बालयोगी संत उमेशनाथ महाराज जी ने कहा कि गंगा दशहरा पर्व को जनता का अभियान बनाएं।
शिप्रा तीर्थ परिक्रमा मार्ग
- 15 जून शनिवार को सुबह 8 बजे मां शिप्रा तीर्थ परिक्रमा रामघाट से आरम्भ होगी जो नृसिंहघाट, आनंदेश्वर मंदिर, जगदीश मंदिर, गऊघाट, जंतर-मंतर (वेधशाला), वरूणेश्वर महोदव (शीतल गेस्ट हाऊस) से इन्दौर रोड, सीएचएल अस्पताल, प्रशांतिधाम सांई मंदिर, गुरूकुल (त्रिवेणी) दोप. 12 बजे गुरुकूल विद्यालय पर भोजन विश्राम हेतु प्रथम पड़ाव)। यात्रा दोपहर 3 बजे गुरुकुल त्रिवेणी से प्रस्थान जो नवग्रह शनि मंदिर, गोठडा, सिकन्दरी, दाउदखेड़ी, चांदमुख, चिंतामण, मंगरोला फन्टा, लालपुल होते हुए भुखीमाता मंदिर, गुरूद्वारा नानक देव (रात्रि भोजन), नानक घाट से दत्त अखाड़ा। (भजन संध्या व रात्रि विश्राम पडाव दत्त अखाड़ा।) रात्रि विश्राम होगा।
- 16 जून रविवार को प्रात: 7.30 पर यात्रा प्रस्थान- दत्त अखाड़ा से रणजीत हनुमान, कालभैरव, भैरवगढ़ सिद्धनाथ,अंगारेश्वर, कमेड, मंगलनाथ, सान्दीपनी आश्रम, राम मंदिर, गढक़ालिका, यात्रा दोपहर 3 बजे से भृर्तहरीगुफा, ऋणमुक्तेश्वर, वाल्मीकि धाम (भोजन विश्राम), दुर्गादास राठौर की छत्री, चक्रतीर्थ, दानीगेट, ढ़ाबारोड, गोपालमंदिर, पटनीबाजार, गुदरी चौराहा, महाकाल मंदिर, बडेगणेश मंदिर, सिद्ध शक्तिपीठ हरसिद्धी मंदिर होते हुए रामघाट पहुंचेगी। सांयकाल 6.30 शिप्रा-गंगा पूजन, चुनरी अर्पण के पश्चात भजन संध्या से कार्यक्रम का समापन होगा। शिप्रा लोक संस्कृति समिति उज्जैन और महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ उज्जैन कार्यक्रम के आयोजक रहेंगे।