बेंगलुरु के भक्तों से लिये थे रुपए, प्रशासक गणेश धाकड़ ने अचानक निरीक्षण कर पकड़ी थी धांधली
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में भस्म आरती में प्रवेश दिलाने के नाम पर श्रद्धालुओं के साथ ठगी करने वाले सुरक्षागार्ड के खिलाफ महाकाल थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मंदिर के सुरक्षाकर्मी पर बेंगलुरु के श्रद्धालु से 16,500 रुपये लेने के आरोप लगे हैं, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
सोमवार तडक़े भस्म आरती के दौरान मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान, मंदिर में सुरक्षा देने वाली क्रिस्टल कंपनी का कर्मचारी लवजीत शंख द्वार से चार श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश दिलाने के लिए मंदिर परिसर में लाता हुआ दिखाई दिया। चैकिंग के दौरान, श्रद्धालुओं के पास परमिशन नहीं मिली।
उन्होंने बताया कि उन्होंने गार्ड को परमिशन के लिए रुपये दिए हैं। इसके बाद कर्मचारी लवजीत को महाकाल चौकी को सौंपकर उसके खिलाफ जांच के लिए लिखा गया। घटना के पांच दिन बाद, आरोपी लवजीत के खिलाफ महाकाल थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
झांसा देकर श्रध्दालुओं से ऐंठे 16,500 रुपये
महाकाल पुलिस ने बताया कि 3 नवंबर को बेंगलुरु, कर्नाटक से महाकाल के दर्शन करने के लिए मरप्पा अपने परिवार के साथ उज्जैन आए थे। तडक़े 4 बजे होने वाली भस्म आरती में प्रवेश के लिए मंदिर कर्मचारी से संपर्क किया। इस दौरान एक युवक ने उन्हें भस्म आरती की परमिशन दिलाने का झांसा दिया और दर्शन कराने के नाम पर रुपयों की मांग की। श्रद्धालु युवक के झांसे में आ गए और उन्होंने 16,500 रुपये भस्म आरती दर्शन के नाम पर उसे दे दिए।
सोमवार तडक़े महाकाल मंदिर के गार्ड लवजीत, बेंगलुरु से आए भक्तों को महाकाल मंदिर में ले जाता हुआ दिखा, जिसे मंदिर प्रशासक ने पकड़ लिया। महाकाल मंदिर प्रशासक ने श्रद्धालु से बातचीत कर धोखाधड़ी करने वाले गार्ड लवजीत की शिकायत महाकाल थाना पुलिस को कर दी। पुलिस ने गुरुवार-शुक्रवार रात को श्रद्धालु के साथ हुई धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।