निजी स्कूल रहे बंद, मांगे नहीं माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी
उज्जैन, अग्निपथ। मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, मध्य प्रदेश संचालक मंच, अशासकीय शाला संगठन, मध्य प्रदेश स्कूल वेलफेयर मंच प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने गुरुवार को एक दिवसीय स्कूल बंद का आह्वान किया था। जिसके बाद उज्जैन शहर के एमपी बोर्ड संबंधित 90 प्रतिशत स्कूल बंद रहे। इधर अशासकीय स्कूल संगठन ने टावर चौराहे पर प्रदर्शन कर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
अशासकीय शाला संगठन के संभागीय अध्यक्ष एसएन शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन की नई मान्यता नीति उन छोटे-छोटे निजी स्कूलों के अस्तित्व को संकट में डाल रही है, जो सीमित संसाधनों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का प्रयास करते हैं। यदि यह नीति लागू होती है, तो बहुत से छोटे स्कूल बंद होने की कगार पर आ जाएंगे। एमपी बोर्ड से संचालित होने वाले स्कूलों पर रजिस्टर्ड किरायानामा सहित मान्यता हेतु 40000 की सुरक्षा निधि की राशि ली जाने का आदेश आया है जो अस्वीकार्य है।
उज्जैन में 80 प्रतिशत स्कूल किराए की जगह पर संचालित हो रहे है। संगठन में शामिल 50 से अधिक स्कूल संचालकों अपने अपने स्कूल को बंद कर टावर चौक पर प्रदर्शन किया। इस दौरान नारेबाजी करते हुए संचालक दशहरा मैदान स्थित राज्य शिक्षा केंद्र के कार्यालय में पहुंचे और उन्होंने डीपीसी को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर सभी आदेश को निरस्त करने की मांग की।
यहां यह उल्लेखनीय है कि उज्जैन शहर और ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों द्वारा बंद का समर्थन किया जाकर जिला स्तर पर तहसील स्तर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शिक्षा मंत्री एवं राज शिक्षा केंद्र आयुक्त के नाम ज्ञापन दिए जाकर स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई है कि यदि अभी हमारी मांगे नहीं स्वीकार की गई तो प्रदेश के सभी अशासकीय स्कूल शासकीय कार्य में सहयोग नहीं करेंगे एवं अगले चरण में प्रदेश के सभी स्कूल अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
आज के आंदोलन में प्रमुख रूप से संभागीय अध्यक्ष एस एन शर्मा, शहर अध्यक्ष दिनेश राज जिला अध्यक्ष शैलेंद्र पाल, सचिव विवेक शर्मा, कोषाध्यक्ष करण दायमा, उपाध्यक्ष मनोज व्यास एवं सुभाष त्रिपाठी, संभागीय सचिन संजय पुरोहित, एन एस पवार, धन्ना लाल कुरील, राधेश्याम बामणावत, मुश्ताक पटेल, अशोक परमार, संजय मारोठिया, पवन मिश्रा, जितेंद्र शिंदे, जितेंद्र निगम, महेश जैसवाल, मनीष रावल, सुनील भदौरिया सहित सैकड़ो की संख्या में स्कूल संचालक उपस्थित है।