निगम सम्मिलन में कंसल्टिंग एजेंसी ने नहीं दिया प्रजेंटेशन
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम का विशेष सम्मिलन बुधवार को नगर निगम सभागृह में निगम सभापति कलावती यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। विशेष सम्मिलन 945 करोड़ के जलकार्य से संबंधित प्रस्ताव पास होने थे। लेकिन इसकी कंसल्टिंग एजेंसी के अधिकारी ही इस दिन गायब रहे। उनका इस दिन अपना प्रजेंटेशन दिखाना था। इसके अभाव में पीएचई के सहायक यंत्री ने किसी तरह से प्रजेंटेशन देकर सदन की कार्रवाई पूरी करवाई।
इस कंसल्टिंग एजेंसी को 8.25 प्रतिशत कमीशन में इस 945 करोड़ के काम को पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।े लेकिन पहले ही दिन इस कंपनी ने अपने कार्य के प्रति गंभीरता को दिखा दिया। इसके अधिकारी और कर्मचारी प्रजेंटेशन दिखाये बिना गायब रहे। इसको देखते हुए पीएचई के सहायक यंत्री शिवम दुबे ने किसी तरह से 15 मिनट इन कार्यों का प्रजेंटेशन दिखाया।
शिवम दुबे द्वारा बताया गया कि शहर में फिर से नई पाईप लाइन डाली जायेगी। हालांकि सदन में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने उनको बताया कि 2016-17 में तापी कंपनी ने पूरे शहर में लगभग 450 किमी पाईप लाईन बिछाई थी। अब नई पाईप लाइन डालने के लिये फिर से पूरे शहर को खोदा जायेगा। जनप्रतिनिधियों ने इस बात पर भी आपत्ति उठाई कि इस प्रस्ताव को सदन में पेश करने से पहले ही भोपाल स्वीकृति के लिये पहुंचा दिया गया।
टंकियों की जगह नहीं बता पाये
जनप्रतिनिधियों ने जब सहायक यंत्री शिवम दुबे से शहर में बनने वाली 17 पानी की टंकियों की जगह के बारे में पूछा तो वह जगह नहीं बता पाये। बताया जाता है कि नगर निगम सीमा के बाहर भी 4 टंकियों बनाने का प्रस्ताव चल रहा है। जनप्रतिनिधियों ने इस बात को भी उठाया कि इस 1 हजार करोड़ रुपये के कार्य में 90 प्रतिशत लाभ दक्षिण क्षेत्र को मिल रहा है। जबकि उत्तरी क्षेत्र में सिंहस्थ-2028 संपन्न होगा। तो उनको बताया गया कि सिंहस्थ क्षेत्र में पाईप लाईन बिछाने का कार्य उज्जैन विकास प्राधिकरण कर रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों ने इससे संबंधित निर्देश प्रदान कर दिये हैं।