138 करोड़ भारतीयों के लिये यह गर्व की बात होना चाहिए कि इस देश के ही माटी के सपूत, भारतीय बिजनेस टाइकून गौतम अडानी इस वर्ष के सबसे अधिक लाभ कमाने वाले व्यक्ति बन गये और उन्होंने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलोन मस्क और जेफ बेजोस को पीछे छोड़ते हुए इस वर्ष अपनी कुल संपत्ति में 11 खरब, 63 अरब, 02 करोड़ 80 लाख रुपयों की (11,63,02,80,00,000) बढ़त की है जिससे अब उनकी कुल संपत्ति 36 खराब, 34 अरब, 46 करोड़ 25 लाख (36,34,46,25,00,000) रुपये हो गई है।
ऐसा नहीं है कि यह चमत्कार करने वाले अढानी ग्रुप के चेयरमेन गौतम अडाणी का जन्म किसी बड़े उद्योगपति घराने में हुआ हो। कोरोना काल में जब सारी दुनिया के लोग उद्योग धंधे चौपट होने का रोना रो रहे थे तब अडाणी की संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही थी। यह चमत्कार करने वाले गौतम के पिता शांतिलाल जैन और माँ शांति जैन मध्यमवर्गीय ही थे।
शांतिलाल जी कपड़ा का छोटा-मोटा व्यवसाय करते थे और इसी सिलसिले में वह छोटा कस्बा छोडक़र अहमदाबाद में आ बसे थे। ईश्वर के आर्शीवाद से शांतिलाल जी का भरापूरा परिवार था जिसमें 8 संताने थी। 24 जून 1962 को जन्में गौतम अडाणी ने हायर सैकेण्डरी पास होने के बाद कॉलेज में बी.कॉम. में प्रवेश तो ले लिया परंतु आगे पढ़ायी नहीं कर पाये।
18 वर्ष की उम्र में ही वह रोजगार की तलाश में अहमदाबाद से मुंबई चले आये कुछ समय महिन्द्रा कंपनी में काम करने के बाद एक डायमंड कंपनी में 300-400 रुपये की नौकरी की उसके दो साल बाद मुंबई के झावेरी बाजार में खुद का हीरो के खरीदी बिक्री का काम चालू किया।
1982 में गौतम के बड़े भाई मनसुख ने अहमदाबाद में प्लास्टिक की यूनिट लगायी और इसमें हाथ बटाने के लिये वह गौतम को मुंबई से लेकर अहमदाबाद आ गये। शायद ऊपर वाले को गौतम को (गौतम का शाब्दिक अर्थ होता है अंधेरा दूर करने वाला जीवन से भय दूर करने वाला) मुकद्दर का सिकंद्दर बनाना था इस उस प्लास्टिक यूनिट ने गौतम अडाणी की जिंदगी बदल दी।
गुजराती जैन गौतम ने सन् 1988 में आयात-निर्यात कंपनी का गठन किया जिसका नाम अडाणी इंटरप्राइजेस रखा जो आज सबसे बड़ी निर्यातक कंपनी है। अढाणी ने कोयला व्यापार, कोयला खनन, तेल, बिजली निर्माण, गैस भंडारण, बंदरगाहों के रखरखाव, निजी टे्रने एवं अन्य क्षेत्र में अपना भाग्य आजमाया। अढाणी ग्रुप का मुख्यालय मुंबई में है और गौतम अडाणी इसके चेयरमेन है। गौतम अडाणी की पत्नी दंत चिकित्सक है और दो पुत्र करण और जीत है। आज अडाणी के पास दो निजी जेट है। 2005 में खरीदा बीच क्राफ्ट और 2008 में लिया हॉकर।
यदि दुनिया के अमीरों की बात करे तो फोब्र्स के अनुसार वर्ष 2020 तक दुनिया भर में 2095 लोग अरबपति थे जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका के (614), चीन के (389), जर्मनी के (107), भारत के (102), रूस के (99), हाँगकाँग के (66), ब्राजील के (45), यू.के. के (45), कनाडा के (44) और फ्रांस के (39) गौर करने वाली बात है कि 2095 अरबपतियों में से आधे से ज्यादा संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन में रहते हैं। दुनिया के शीर्ष 10 अमीरों में ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका के टेस्ला कंपनी के मालिक एलोन रीव मस्क है जो 8 जनवरी 2021 के अनुसार 195 बिलियन डॉलर संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं।
दूसरे नंबर पर अमेजन कंपनी के मालिक जेफ बेजोस के पास 185 अरब डालर, तीसरे नंबर पर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के बिल गेट्स के पास 134 अरब डॉलर, फॉस के बर्नार्ड अरनोल्ट के पास 116 अरब डालर, फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग के पास 102.8 अरब डॉलर, आंग शहनशाह के पास 93.1 अरब डॉलर, इसके बाद भारत के मुकेश अंबानी 27 अक्टूम्बर 2020 को सातवीं पायदान पर पहुँच गये हैं।
इसके बाद बॉरेन बफेट, लैरी पेज, सर्गेई, लेरी एलिसन, का नंबर आता है। देश के टॉप अमीरों में पिछले 9 सालों से मुकेश अंबानी शीर्ष पर हैं उनके पास 6 लाख 58 हजार 400 करोड़ की संपत्ति है। दूसरे नंबर पर गौतम अडाणी के पास 1 लाख 85 हजार करोड़ की संपत्ति है, तीसरे नंबर पर हिंदुजा बंधु है जिनके पास 1 लाख 43 हजार 700 करोड़, शिव नादर 1,41700 करोड़, अजीज प्रेम जी 1,14700 करोड़, साइरस पूनावाला 94,300 करोड़, राधाकिशन दामानी 87,200 करोड़, उदय कोटक 87000 करोड़, दिलीप संघवी 84 हजार करोड़, साइरस और शापूर पलोन जी 76 हजार करोड़ संपत्ति के साथ 10वें नंबर पर है।
प्रतिदिन लगभग 15000 करोड़ कमाने वाले गौतम अडाणी पर भले ही प्रधानमंत्री की नजदीकी और उनके वरदहस्त होने का आरोप लगे परंतु काँग्रेसी नेताओं में कमलनाथ और एन.सी.पी. के शरद पंवार से भी उनके गहरे ताल्लुकात हैं। पर यह सत्य है कि गौतम अडाणी जैसे भाग्य के धनी कम ही लोग इस पृथ्वी पर जन्म लेते हैं।
भारत माता की जय